मुंबई, 25 अगस्त। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने नेशनल मोनाटाइजेशन पाइपलाइन (एनएमपी) प्रोग्राम को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह एनएमपी के बारे में क्या जानते हैं? राहुल ने 24 घंटे पूर्व एनएमपी पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए मोदी सरकार पर स्पष्ट आरोप लगाया था कि इस योजना के जरिए उसने देश के सरकारी संसाधनों को बेचने की तैयारी कर ली है।
सीतारमण ने बुधवार को एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस से प्रश्नों की झड़ी लगाते हुए कहा, ‘क्या कांग्रेस सरकार 2008 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए आरपीएफ (प्रस्ताव के लिए अनुरोध) नहीं लाई थी? मैं राहुल गांधी से पूछना चाहती हूं कि अब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का मालिक कौन है? जीजा जी?’
राहुल गांधी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए आरएफपी क्यों नहीं फाड़ा?
निर्मला ने कहा कि राहुल गांधी ने 2013 में मीडिया के सामने एक अध्यादेश फाड़ दिया था, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री देश से बाहर थे। अगर वह मोनेटाइजेशन के खिलाफ थे तो उन्होंने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए आरएफपी क्यों नहीं फाड़ा?
एनएमपी के जरिए छह लाख करोड़ जुटाने की तैयारी
गौरतलब है कि सीतारमण ने सोमवार को राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन प्रोग्राम की शुरुआत की थी। इसके तहत राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे रूट, स्टेडियम, वेयरहाउस, पावर ग्रिड पाइपलाइन जैसी सरकारी बुनियादी ढांचा संपत्तियों को निजी क्षेत्र को कमाई के लिए लीज पर देकर केंद्र की मोदी सरकार करीब छह लाख करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘इन एसेट का मालिकाना हक सरकार के पास ही रहेगा, सिर्फ इन्हें कमाने के लिए ही पार्टियों को दिया जाएगा और जिन्हें वे कुछ वर्षों के बाद वापस कर देंगी। हमारी नीति बेचने के बारे में नहीं है बल्कि एसेट की सख्त वापसी होगी।’
राहुल ने कहा था – 70 वर्षों की पूंजी मोदी सरकार ने बेच दी
हालांकि राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि 70 वर्षों में जो भी देश की पूंजी बनी, मोदी सरकार ने उसे बेचने का काम किया है। मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने पीएम मोदी के नारे का जिक्र करते हुए कहा था – ‘बीजेपी का नारा था कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ। वित्त मंत्री ने देश में जो भी 70 वर्षों में बना, उसे बेच दिया।’
वायनाड से कांग्रेस सांसद ने यह भी कहा था कि मोदी सरकार ने 1.6 लाख करोड़ का रोडवेज बेच दिया। देश की रीढ़ कही जाने वाली रेलवे को 1.5 लाख करोड़ में बेच दिया। गेल की पाइप लाइन, पेट्रोलियम की पाइपलाइन, बीएसएनल और एमटीएनल को भी केंद्र ने बेच दिया। वेयरहाउसिंग को भी केंद्र सरकार बेच रही है।
राहुल ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा था, ‘हिन्दुस्तान की पूंजी बेची जा रही है, ये आपके भविष्य पर आक्रमण है। नरेंद्र मोदी जी अपने 3-4 उद्योगपति मित्रों के साथ भारत के गांवों पर हमला कर रहे हैं, हिन्दुस्तान के युवाओं पर आक्रमण कर रहे हैं।’