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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जताई उम्मीद – आम जनता को महंगाई से जल्द मिलेगी राहत

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नई दिल्ली, 25 नवम्बर। बढ़ती महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को जल्‍द ही राहत मिलने वाली है। वित्त मंत्रालय की तरफ से जारी मंथली इकोनॉमिक रिपोर्ट कुछ ऐसा ही संकेत दे रही है, जिसमें खरीफ की फसल की आवक के साथ अगले कुछ महीनों में महंगाई के नीचे आने की उम्‍मीद जताई गई है। इसके साथ ही कारोबार में सुधार की संभावना व्यक्त की गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंथली इकोनॉमिक रिपोर्ट में यह बात कही है।

दरअसल, अक्‍टूबर महीने में खुदरा महंगाई दर घटकर 6.77 प्रतिशत पर आ गई। यह सितम्बर के मुकाबले कम रही। इस वर्ष जनवरी से ही महंगाई दर रिजर्व बैंक के तय दायरे 2 से 6 प्रतिशत से बाहर चल रही है।

वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में रिटेल महंगाई दर 6 प्रतिशत से नीचे आने की उम्मीद

आरबीआई की तरफ से उम्‍मीद जताई गई कि चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में रिटेल महंगाई दर 6 प्रतिशत से नीचे आ जाएगी। सितम्बर के मुकाबले अक्‍टूबर में महंगाई दर कम होने से राहत मिली है। आगे भी गिरावट जारी रहने की संभावना है। इसका कारण इंटरनेशनल कमोडिटीज की कीमत में नरमी के अलावा खरीफ फसल की मार्केट में आवक होने से महंगाई में कमी आएगी।

ग्लोबल इकोनॉमी में आई गिरावट से एक्सपोर्ट पर असर पड़ेगा

वित्त मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि ग्लोबल इकोनॉमी में आई गिरावट से एक्सपोर्ट पर असर पड़ेगा। जारी हुए सरकारी ट्रेड के आंकड़े बताते हैं कि अक्टूबर में ट्रेड डेफिसिट बढ़कर 26.91 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह सितम्बर में 25.71 अरब डॉलर रहा था।

भारत में आने वाले वर्षों में अच्छी ग्रोथ की उम्‍मीद

इकोनॉमिक रिपोर्ट के अनुसार मॉनेटरी पॉलिसी में गिरावट आने से ग्लोबल ग्रोथ पर असर दिख रहा है। भारत में आने वाले वर्षों में अच्छी ग्रोथ की उम्‍मीद जताई गई है। इसके अलावा नौकरियों में इजाफा होने की भी उम्‍मीद है। कोरोना महामारी के बीच लगी पाबंदियां हटने से रिटेल सेल्स में भी काफी तेजी दर्ज की जा रही है। आने वाले दिनें में इस सेक्‍टर में हायरिंग भी अच्‍छी होने की उम्‍मीद है।

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