भोपाल, 29 नवंबर। मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के चूरना परिक्षेत्र में जंगल सफारी करने आईं फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन का जंगल में जा रहे बाघ के बेहद करीब जाकर वीडियो बनाना विवाद के घेरे में आ गया है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी के दौरान रवीना की जिप्सी बाघ के काफी करीब तक पहुंची। इसका वीडियो रवीना ने खुद सोशल मीडिया पर शेयर किया। वीडियो सामने आने के बाद एसटीआर प्रबंधन ने सोमवार को मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बोरी एसडीओ धीरज सिंह चौहान इसकी जांच करेंगे।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक बाघ के बेहद पास जाकर जिप्सी में रवीना वीडियो बनाते हुए नजर आ रही हैं। जंगल में दखलंदाजी होते देख बाघ विचलित होते हुए दहाड़ मारते नजर आया है। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि टूरिस्ट गाइड की मौजूदगी में रवीना टंडन के क्रियाकलाप से बाघ गुस्से में आया है। यह लापरवाही रवीना टंडन और साथ में मौजूद एसटीआर कर्मचारियों के लिए खतरा बन सकती थी।
दरअसल, पिछले सप्ताह रवीना अपने बेटी के साथ चूरना में सैर सपाटे के लिए आई थीं। सुबह-शाम दो बार वह टाइगर का दीदार करने निकली थीं। वायरल वीडियो पर एसटीआर के फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति ने गंभीरता से लेकर बोरी रेंज के अधीक्षक डीएस चौहान से जांच रिपोर्ट तलब की है।
कृष्णमूर्ति ने रवीना और उनके स्वजनों को घुमाने ले गई जिप्सी, उस जिप्सी पर तैनात कर्मचारियों के बारे में जानकारी मांगी है। साथ ही बाघ के इतने करीब वाहन लेकर जाने की अनुमति पर भी सफाई मांगी है। बताया गया है कि रवीना के साथ टूरिस्ट गाइड योगेश वारसी के अलावा जिप्सी चालक एवं अन्य लोग भी साथ थे। इस मामले में यह भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि फिल्म अभिनेत्री को कहीं जंगल में मनमानी कर नियम-कायदे ताक पर रखने का वीआईपी ट्रीटमेंट तो नहीं दिया गया था।
एसटीआर अधिकारियों के अनुसार जंगल सफारी के दौरान किसी भी तरह की घटना की जिम्मेदारी पर्यटक की होती है, जिप्सी से शरीर का कोई हिस्सा बाहर न निकालने, वाहन से नीचे न उतरने, गाइड-चालक के निर्देशों का पालन करने, बाघ और अन्य हिंसक प्राणियों से सैलानियों की जिप्सी के बीच करीब 20 मीटर का अंतर रखने जैसे नियम लागू किए गए हैं।
लेकिन रवीना का वाहन जंगल से आ रहे बाघ के बेहद करीब पहुंच गया था।वाहन में रवीना की बेटी राशा थड़ानी भी साथ थी। आशंका है कि इस मामले में जांच के बाद एसटीआर अधिकारी जिप्सी चालक और गाइड पर कार्रवाई कर सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।