नई दिल्ली, 2 जून। कोरोना महामारी से सुनियोजित लड़ाई के बीच उत्तर प्रदेश पांच करोड़ से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। राज्य में लगभग हर दिन तीन लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच की जा रही है और टेस्ट, ट्रेकिंग और ट्रीट की आक्रामक नीति से ही राज्य में महामारी को नियंत्रित करने में बड़ी कामयाबी मिली है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान 3.32 लाख टेस्ट किए गए हैं। राज्य में रिकवरी दर 97.1 फीसदी तक जा पहुंची है जबकि पिछले 24 घंटे की पॉजिटिविटी दर 0.2 प्रतिशत रही।
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान प्रदेश में विगत 30 अप्रैल को सबसे ज्यादा 38 हजार नए मामले आए थे, लेकिन लगातार टेस्टिंग, माइक्रो कंटेनमेंट जोन सिस्टम और गांवों में निगरानी समितियों द्वारा किए जा रहे माइक्रो मैनेजमेंट एवं ट्रीटमेंट से संक्रमण को नियंत्रित करने में कामयाबी मिली है।
- 18-44 वर्ग में 1.55 लाख लोगों ने मंगलवार को डोज ली
इस बीच राज्य में मंगलवार से सभी जिलों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। पहले दिन करीब 1.55 लाख युवाओं ने टीकाकरण कराया जबकि 1.70 लाख का लक्ष्य रखा गया था। प्रदेश में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के करीब 35 लाख लोगों ने टीकाकरण के लिए पंजीयन कराया है।
- प्रदेश में अब तक 1.86 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण
प्रदेश में अब तक 1.86 करोड़ से ज्यादा कुल 1,86,66,323 लोगों ने टीकाकरण का लाभ उठाया है। इसमें 1,51,62,374 ने पहली डोज एवं 35,03,949 ने दूसरी डोज ली है। 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों में अब तक 21,07,299 ने पहली डोज और 19,302 ने दूसरी डोज ली है।
- राज्य में अब 33 हजार से कम सक्रिय मामले
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 1,221 नए केस दर्ज किए गए जबकि 5,625 मरीज स्वस्थ घोषित किए गए। हालांकि इस दौरान 175 लोगों की मौत भी हुई। राज्य में सक्रिय मामलों यानी इलाजरत मरीजों की संख्या घटकर 32,465 रह गई है, जो लगभग एक माह पहले तीन लाख के पार जा पहुंची थी।