पुणे, 6 जुलाई। कोरोना महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई के तहत भारत सरकार ने कोवैक्सीन और कोविशील्ड के बाद अब रूसी वैक्सीन ‘स्पुतनिक वी’ को भी मुफ्त में उपलब्ध कराने का फैसला किया है। आपूर्ति के आधार पर यह वैक्सीन भी जल्द ही सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध करा दी जाएगी। कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के चेयरपर्सन डॉ. एन.के. अरोड़ा ने यह जानकारी दी है।
डॉ. अरोड़ा ने बताया कि यह वैक्सीन भी मुफ्त उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा, ‘अभी, स्पुतनिक वी सिर्फ निजी क्षेत्र में उपलब्ध है। अब हम इसे हमारे मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम के तहत उपलब्ध कराना चाहते हैं। हालांकि इसकी उपलब्धता आपूर्ति पर निर्भर करेगी।’
- पोलियो ड्रॉप की भांति गांवों तक पहुंचाई जाएगी स्पुतनिक वी
उन्होंने बताया कि स्पुतनिक वी टीके को माइनल (-)18 डिग्री सेल्सियस तापमान पर स्टोर करना होता है। इसलिए पोलियो वैक्सीन रखने के काम आने वाली कोल्ड चेन फैसिलिटीज स्पुतनिक वी स्टोर करने के लिए इस्तेमाल की जाएगी। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि वैक्सीन देश के ग्रामीण इलाकों तक पहुंच सके।
- जुलाई के अंत तक 50 करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य
डॉ. अरोड़ा ने बताया कि पोलियो टीकाकरण के चलते कुछ इलाकों में कोविड वैक्सिनेशन की रफ्तार धीमी पड़ी है। हालांकि आने वाले हफ्ते में यह अभियान फिर रफ्तार पकड़ लेगा। अब तक 34 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं और जुलाई के अंत तक 12 से 16 करोड़ डोज और लगने की संभावना है। गत जनवरी में केंद्र ने कहा था कि जुलाई के अंत तक करीब 50 करोड़ डोज लगा दी जाएंगी ताकि प्राथमिकता वाले समूहों को कवर किया जा सके।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन आपूर्ति में बड़ा हिस्सा कोविशील्ड और कोवैक्सिन का है। वैसे, इन दो वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के अलावा, स्पुतनिक वी वैक्सीन का आना और मॉडर्ना व जायडस कैडिला की नई वैक्सीन का रोलआउट डेली कवरेज को 50 लाख से बढ़ाकर आने वाले हफ्तों में 80 लाख, यहां तक कि एक करोड़ भी कर सकता है।