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लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न

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पटना, 11 नवंबर। लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा चौथे व अंतिम दिन गुरुवार को देशभर में उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया। विशेष रूप से पूरे बिहार में लाखों की संख्या में छठ व्रतियों ने बुधवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया एवं गुरुवार की सुबह उदीयमान भगवान भास्कर की अराधना की और देश, समाज एवं परिवार के सुख-शांति और समृधि की कामना की।

देखा जाए तो चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व को कोरोना महामारी के कारण दो वर्ष बाद छठ व्रतियों ने काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सुबह सूर्योदय से पहले ही लोग अपने-अपने घरों से घाटों के लिए निकल पड़े थे। उसके बाद लगातार 36 घंटे से व्रत रखने वालीं महिलाएं और परिवारजनों ने नदियों एवं जलाशयों में कमर भर पानी में खड़े रहकर भगवान भास्कर के उदित होने का इंतजार किया। जैसे ही सूर्य की किरणें उदित हुईं , साड़ी और धोती पहने स्त्री–पुरुष भगवान सूर्य की अराधना में मंत्रोच्चार के साथ लीन हो गए।

रविशंकर प्रसाद घाट पहुंचे तो सीएम नीतीश कुमार ने आवास पर की आराधना

पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद समेत कई नेताओं ने भी गंगा घाट पहुंच कर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपने आवास पर छठ पूजा की।

छठ व्रतियों की सुरक्षा के लिए विभिन्न गंगा घाटों पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात थे। घाटों और तलाबों पर पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी मुस्तैद थीं। सभी घाटों पर जिला प्रशासन और बिहार पुलिस के जवानों को लगया गया गया था। छठव्रतियों के बीच सादे वेश में महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया था।

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