नई दिल्ली, 2 जून। राज्यसभा के आगामी चुनाव को लेकर राजस्थान और हरियाणा में हंगामा जारी है। कांग्रेस ने चुनाव में खरीद-फरोख्त की आशंका जाहिर की है और इसके मद्देनजर पार्टी ने राजस्थान के 40 विधायकों को उदयपुर और हरियाणा के करीब 28 विधायकों को रायपुर भेज दिया है।
नाराज किरण चौधरी, कुलदीप बिश्नोई के अलावा चिरंजीव राव रायपुर नहीं गए
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने यहां मीडिया से कहा, ‘राज्यसभा चुनाव में जितनी हमारी संख्या है,
दीपक हुड्डा बोले – भाजपा-जेजेपी में भविष्य बचा नहीं
हुड्डा ने कहा, ‘भाजपा-जेजेपी में भविष्य बचा नहीं है। हरियाणा से दो सीटों का चुनाव है, जिनमें से एक सीट भाजपा के पक्ष में और दूसरी सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी अजय माकन जीतेंगे। हमारे विधायक रायपुर में सीखने जा रहे हैं।’ हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल ने भी कहा, ‘हम लोग ‘चिंतन और प्रशिक्षण शिविर’ के लिए जा रहे हैं।
राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों पर होना है चुनाव
वहीं राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों पर 10 जून को होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस के करीब 40 और कुछ निर्दलीय विधायक एक साथ रहने के लिए बस से उदयपुर भेज दिया, जहां उन्हें एक होटल में शिफ्ट किया जाएगा।
मुख्यमंत्री निवास से शाम को लक्जरी बस से उदयपुर रवाना हुए राजस्थान के विधायक
सभी विधायक एक लक्जरी बस से सिविल लाईंस स्थित मुख्यमंत्री निवास से शाम पांच बजे उदयपुर के लिए रवाना हुए। बस के पीछे पुलिस जाप्ता भी साथ गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में भाग लेने वाले विधायकों और अन्य नेताओं को लंच के लिए मुख्यमंत्री निवास पर बुलाया गया था।
भाजपा ने राजस्थान में आधिकारिक उम्मीदवार उतारा है और पार्टी निर्दलीय उम्मीदवार मीडिया कारोबारी सुभाष चद्रा को समर्थन दे रही है। कांग्रेस ने तीन उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं।
हरियाणा में भाजपा ने कृष्णलाल पंवार को उतारा है
हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने कृष्ण लाल पंवार और कांग्रेस ने अजय माकन को उम्मीदवार बनाया है। विधानसभा में पार्टियों के विधायकों की संख्या के आधार पर पंवार का निर्वाचन तय है, लेकिन माकन को चुनावी मुकाबले का सामना करना होगा क्योंकि दूसरी सीट के लिए एक मीडिया समूह के मालिक कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है। कार्तिकेय राज्य के पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के पुत्र हैं।
90 सदस्यीय विधानसभा में, भाजपा के 40 जबकि कांग्रेस के 31 विधायक हैं। भाजपा की सहयोगी जेजेपी के 10 विधायक हैं जबकि इंडियन नेशनल लोक दल और हरियाणा लोकहित पार्टी के एक-एक और सात निर्दलीय विधायक हैं। गत मंगलवार को नामांकन भरने की आखिरी तारीख थी जबकि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख तीन जून है।