वाशिंगटन, 27 अगस्त। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित आवास से बरामद किए गए 15 बक्सों में से 14 में गोपनीय दस्तावेज थे। एफबीआई ने इस महीने ट्रंप के मार-ए-लागो आवास पर छापे मारने पर स्पष्टीकरण देते हुए शुक्रवार को एक हलफनामा जारी किया। एफबीआई के इस 32 पन्नों के हलफनामे में आपराधिक जांच को लेकर अतिरिक्त जानकारियां हैं।
इसमें कहा गया है कि मार-ए-लागो स्थित आवास से संवेदनशील दस्तावेज बरामद किए गए। दस्तावेजों में जांच का सबसे महत्वपूर्ण विवरण पेश किया गया है। लेकिन एफबीआई अधिकारियों ने इसमें कुछ बदलाव भी किए हैं ताकि गवाहों की पहचान उजागर नहीं हो सके तथा जांच के संवदेनशील तौर-तरीकों का भी खुलासा नहीं हो।
एफबीआई ने एक न्यायाधीश को यह हलफनामा दिया ताकि वह ट्रंप के आवास पर छापे का वारंट हासिल कर सके। इस हलफनामे में उन अहम सवालों के जवाब मिल सकते हैं कि ट्रंप व्हाइट हाउस से जाने के बाद गोपनीय दस्तावेजों को अपने साथ मार-ए-लागो आवास क्यों लेकर गए और ट्रंप तथा उनके प्रतिनिधियों ने ये दस्तावेज राष्ट्रीय अभिलेखागार तथा रिकॉर्ड ब्यूरो को क्यों नहीं दिए।
- ट्रंप ने की FBI की रेड की कड़ी निंदा
हलफनामा 15 बॉक्स के मैटिरियल के शुरुआती बैच पर नई रोशनी डालता है जिसे ट्रंप ने न्याय विभाग के अधिकारियों के साथ महीनों की सौदेबाजी के बाद जनवरी में अमेरिकी सरकार को सौंप दिया था। हलफनामे के अनुसार, उन बक्सों को एक साल से अधिक समय तक एक गैर-सुरक्षित कमरे में रखा गया था। उनमें 184 गोपनीय दस्तावेज थे, जिनमें से 25 को गुप्त रखा गया था।
उनके कंटेंट के विश्लेषण ने न्याय विभाग में अलार्म बजा दिया और फिर एफबीआई ने 8 अगस्त को ट्रंप के फ्लोरिडा के पाम बीच में मार-ए-लोगों रिसॉर्ट पर रेड डाली थी। इसमें काफी संख्या में सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स वाले बक्से बरामद किए गए। वहीं 2024 की तैयारियों में जुटे ट्रंप ने एफबीआई की रेड की कड़ी आलोचना की है।