श्रीनगर, 24 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर कश्मीर को लेकर पाकिस्तान राग अलापा है। पुंछ जिले में रविवार को अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि घाटी में शांति तभी हो पाएगी, जब भारत सरकार पाकिस्तान के साथ फिर बातचीत शुरू करेगी।
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के साथ बेईमानी की है
फारूक अब्दुल्ला ने यहां तक कहा, ‘केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35ए को तोड़ने के साथ हमारी रियासत को केंद्र शासित प्रदेश बना कर जम्मू-कश्मीर के साथ बेईमानी की है।’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के वयोवृद्ध नेता ने कहा कि कश्मीर में शाह यह कह रहे हैं कि जब रियासत को बहाल किया जाएगा और डिलिमिटेशन होगा, उसके बाद ही चुनाव पर बात की जाएगी। लेकिन यही केंद्र सरकार की सबसे बड़ी बेईमानी है। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया, ‘यदि हमारी सरकार आती है तो इंशाल्लाह, हम 370 और 35 ए को जरूर वापस लाएंगे।’
गौरतलब है कि एनसी प्रमुख की तरफ से ये बयान तब आए हैं, जब अमित शाह कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। पिछले कुछ समय से घाटी में लगातार आतंकी घटनाएं हो रही हैं और गैर कश्मीरियों को भी निशाना बनाया जा रहा है।
आतंकवाद के खिलाफ सख्त रणनीति बनाने की बात कह चुके हैं गृह मंत्री शाह
शाह ने ऐसे वक्त कश्मीर दौरे पर जा न सिर्फ सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ाया है बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भी एक सख्त रणनीति बनाने की बात कही है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि अब घाटी में विकास यात्रा को नहीं रोका जा सकता। किसी भी हालात में अब घाटी की शांति भंग नहीं होने दी जाएगी और सभी के साथ न्याय होगा।