न्यूयॉर्क, 14 अगस्त। प्रसिद्ध उपन्यासकार सलमान रुश्दी के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है और शनिवार को उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया। वह बात करने में भी अब सक्षम होंगे। रश्दी पर शुक्रवार को न्यूयॉर्क में एक लेक्चर के दौरान चाकू से एक शख्स ने हमला किया था।
समाचार पत्र वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, 75 वर्षीय रुश्दी के एजेंट एंड्रयू विली ने पुष्टि की है कि उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया है और वह बात करने में सक्षम होंगे। हालांकि और विस्तृत जानकारी विली की ओर से नहीं दी गई। गौरतलब है कि मुंबई के एक कश्मीरी मुसलमान परिवार में जन्मे रुश्दी का लीवर इस हमले में क्षतिग्रस्त हो गया है और उनकी एक आंख खोने की आशंका है।
आरोपित हदी मतार ने अपना अपराध स्वीकार नहीं किया
इससे पहले रुश्दी पर चाकू से हमला करने के आरोपित हदी मतार ने शनिवार को अपना अपराध स्वीकार नहीं किया। न्यू जर्सी निवासी 24 वर्षीय मतार पर हत्या का प्रयास और हमला करने के आरोप लगाए गए हैं। न्यूयॉर्क स्टेट पुलिस के प्राधिकारियों ने बताया कि मतार ने अपना अपराध स्वीकार नहीं किया है और उसे चौटाउक्वा काउंटी जेल में रखा गया है।
इस बीच, चौटाउक्वा काउंटी के कार्यकारी पॉल वेंडेल ने एक बयान में कहा कि वह सभी स्थानीय निवासियों की तरफ से रुश्दी के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।उन्होंने कहा, ‘चौटाउक्वा संस्थान इस हिंसक घटना से पूरी तरह हिल गया है। यह निराशाजनक है कि हम एक ऐसे समाज में रहते हैं जहां हम दूसरों के अलग विचारों को नहीं सुन सकते हैं, खासकर संस्थान जैसी जगह, जहां दुनियाभर के विचारक अपने अनुभव साझा करने आते हैं।’
1981 में प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं
सलमान रुश्दी को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता और देश के विभाजन तक के भारत के सफर की पृष्ठभूमि पर आधारित ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रन’ के लिए 1981 में प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। हालांकि 1988 में प्रकाशित ‘द सैनेटिक वर्सेस’ के कारण वह सबसे ज्यादा चर्चा में आए थे, जिसे लेकर तत्कालीन ईरान सरकार ने उनकी मौत का फतवा तक जारी कर दिया था।