काबुल, 21 अप्रैल। उत्तरी अफगानिस्तान में बल्ख प्रांत की राजधानी मजार-ए-शरीफ स्थित एक शिया मस्जिद में गुरुवार को हुए भीषण विस्फोट में कम से कम 10 नमाजियों की मौत हो गई जबकि 40 अन्य घायल हो गए। रमजान के इस पाक महीने में शहर के उत्तर स्थित साई दोकन मस्जिद में नमाज के दौरान यह विस्फोट हुआ।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार प्रांतीय सुरक्षा विभाग के प्रमुख मोहम्मद आसिफ वजीरी ने कहा कि विस्फोट मस्जिद के अंदर रखे विस्फोटकों के कारण हुआ। उन्होंने बताया कि धमाके में लगभग 10 लोग शहीद हो गए और 15 अन्य घायल हो गए। शहर के मुख्य अस्पताल के डॉक्टर गावसुद्दीन अनवारी ने बताया कि एम्बुलेंस और निजी कारों से शवों और घायलों को अस्पताल लाया गया।
31 लोग मारे गए और 87 घायल : अपुष्ट सूत्र
हालांकि, अपुष्ट सूत्रों ने बताया कि 31 लोग मारे गए और 87 घायल हो गए। घायलों में एक नमाजी इदरीस ने बताया, ‘जब हमला हुआ तब मैं यहां था। जब वे कहते हैं कि हताहतों की संख्या लगभग 20 से 25 है तो झूठ बोलते हैं। नमाज की पहली और दूसरी पंक्ति बुरी तरह प्रभावित हुई और केवल तीसरी और चौथी पंक्ति के लोग ही सुरक्षित थे।’
नमाज के वक्त मस्जिद में लगभग 400 लोग थे
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक करीब 400 लोग मस्जिद में नमाज अदा कर रहे थे। एक प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद यासीन ने बताया कि यह एक बहुत ही भयावह घटना थी। पीड़ितों की संख्या कहीं अधिक थी। एक अन्य व्यक्ति सैयद अली ने बताया, ‘हमारे शिया लोग यहां प्रार्थना करने के लिए एकत्र हुए थे। मैं खून देने अस्पताल गया लेकिन उन्होंने मुझे जाने नहीं दिया। हताहतों की संख्या अधिक है।’
वहीं, गुरुवार की सुबह राजधानी काबुल में सड़क किनारे हुए एक विस्फोट में दो बच्चे घायल हो गए थे। इस विस्फोट में भी देश के अल्पसंख्यक शिया समुदाय को निशाना बनाया गया था।
फिलहाल इन हमलों की जिम्मेदारी अब तक किसी ने नहीं ली है। लेकिन ऐसे हमले अकसर इस्लामिक स्टेट से जुड़ा संगठन इस्लामिक स्टेट इन खोरासन प्रोविंस (आईएस-के) करता है।