नई दिल्ली, 10 अक्टूबर। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री राज कुमार सिंह ने कहा है कि देश में बिजली की कोई कमी नहीं है और इसे लेकर बेवजह भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने रविवार को ऊर्जा मंत्रालय और बिजली वितरण कम्पनियों की एक संयुक्त बैठक की अध्यक्षता के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि दिल्ली को भी जरूरत के अनुसार बिजली की आपूर्ति की जा रही है और यह आगे भी जारी रहेगी।
गेल को देशभर के बिजली संयंत्रों को आवश्यक गैस की आपूर्ति जारी रखने के निर्देश
आर.के. सिंह ने कहा कि भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड (गेल) को देशभर के बिजली संयंत्रों को आवश्यक गैस की आपूर्ति जारी रखने के निर्देश दिये गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि न तो पहले गैस की कोई कमी थी और न भविष्य में ऐसी कोई आशंका है। मंत्रालय बिजली घरों को रोजाना की जा रही कोयले और गैस की आपूर्ति पर निगाह रखे हुए है।
कई राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र को लिख चुके हैं पत्र
गौरतलब है कि देश के कई बिजली संयंत्रों में कोयले की कमी से जुड़ी खबरें पिछले तीन-चार दिनों से आ रही हैं। उत्तर प्रदेश समेत कुछ राज्यों में घंटों बिजली कटौती हो रही है। राज्य सरकारें संकट भांपकर केंद्र सरकार से गुहार लगा रही हैं और उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री इस बाबत केंद्र को पत्र लिख चुके हैं।
‘आज के दिन में कोयले का चार दिन से ज्यादा का औसतन स्टॉक’
फिलहाल ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने कहा, ‘हमारे पास आज के दिन में कोयले का चार दिन से ज्यादा का औसतन स्टॉक है। हमारे पास प्रतिदिन स्टॉक आता है। कल जितनी खपत हुई, उतना कोयले का स्टॉक आया। पहले की तरह कोयले का 17 दिन का स्टॉक नहीं है, लेकिन चार दिन का स्टॉक है।’
मांग बढ़ने और आयात कम होने से हुई कोयले की ऐसी स्थिति
उन्होंने कहा, ‘कोयले की यह स्थिति इसलिए है क्योंकि हमारी मांग बढ़ी है और हमने आयात कम किया है। हमें कोयले की अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ानी है हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।’ उन्होंने बिजली आपूर्ति बाधित होने का बिल्कुल भी खतरा नहीं है। कोल इंडिया लिमिटेड के पास 24 दिनों की कोयले की मांग के बराबर 43 मिलियन टन का पर्याप्त स्टॉक है।
दिल्ली में आवश्यकता के अनुरूप हो रही बिजली आपूर्ति
आर.के. सिंह ने कहा, ‘दिल्ली में जितनी बिजली की आवश्यकता है, उतनी आपूर्ति हो रही है और होती रहेगी। बिना आधार के यह पैनिक इसलिए हुआ कि गेल ने दिल्ली के डिस्कॉम को एक मैसेज भेज दिया कि वो बवाना के गैस स्टेशन को गैस आपूर्ति एक या दो दिन बाद बंद करेगा। वह मैसेज इसलिए भेजा कि उसका कांट्रैक्ट समाप्त हो रहा है। बैठक में गेल के भी सीएमडी आए हुए थे। हमने उनसे कहा है कि कांट्रैक्ट बंद हो या नहीं, गैस स्टेशन को जितनी गैस की जरूरत है, उतनी गैस आप देंगे।’