Site icon hindi.revoi.in

यूपी में शत्रु सम्पत्तियों को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा, सीएम योगी सख्त काररवाई का दिया निर्देश

Social Share

लखनऊ, 3 नवम्बर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थित शत्रु सम्पत्तियों की सुरक्षा को लेकर सख्ती दिखाई है। उन्होंने कहा कि शत्रु सम्पत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। कई स्थानों पर अतिक्रमण की भी सूचना है, ऐसे में सभी शत्रु सम्पत्तियों की अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट तैयार करने का उन्होंने निर्देश जारी किया।

सीएम योगी ने कहा कि इन सम्पत्तियों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए गृह विभाग की निगरानी में प्रदेशव्यापी काररवाई शुरू की जाए एवं शत्रु सम्पत्ति की सुरक्षा, निगरानी व प्रबन्धन के लिए प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया जाए।

जनपदों की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासतों की बेहतर ब्राडिंग पर जोर

एक सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरराज्यीय एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांवों को ‘वाइब्रेंट’ बनाने के लिए हमें नियोजित प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती गांवों एवं जनपदों की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासतों की बेहतर ब्राण्डिंग करते हुए यहां पर्यटन विकास की सम्भावनाओं को आकार दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूली बच्चों, एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर), एनएसएस के कैडेट/स्वयंसेवकों को इन क्षेत्रों का भ्रमण कराये जाना चाहिए।

प्रदेश के हर जिले में साइबर अपराध थाने की स्थापना की जरूरत

सीएम योगी ने कहा कि इन क्षेत्रों में निवासरत सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों व अर्धसैनिक बलों के जवानों को ‘सरहद के सिपाही’ के रूप में पहचान देते हुए यहां की व्यवस्था को सुचारु रखने में आवश्यकतानुसार सहयोग लिया जाना भी उचित होगा। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती जिलों में केन्द्र व राज्य सरकार की जनहितकारी योजनाओं का 100 प्रतिशत संतृप्तिकरण सुनिश्चित कराया जाए। साइबर सुरक्षा के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस परिक्षेत्र के बाद अब प्रदेश के हर जिले में एक साइबर अपराध थाने की स्थापना की आवश्यकता है। यह थाना स्थानीय सुविधानुसार जिलों के रिजर्व पुलिस लाइन में स्थापित किया जा सकता है।

राज्य स्तर पर संयुक्त साइबर को-ऑर्डिनेशनटीम गठित की जाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्तर पर संयुक्त साइबर ‘को-ऑर्डिनेशन’ (समन्वय) टीम गठित की जाए, जिसमें पुलिस विभाग के अलावा साइबर विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाए। उन्होंने इस संबध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के संकल्प की पूर्ति में ‘सेफ सिटी परियोजना’ अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रही है।

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में इस परियोजना के माध्यम से लखनऊ पुलिस आयुक्तालय के अन्तर्गत आधुनिक नियंत्रण कक्ष, पिंक पुलिस बूथ, आशा ज्योति केन्द्र, सीसीटीवी कैमरे, महिला थानों में परामर्शदाताओं के लिए हेल्प डेस्क, बसों में आपात बटन व अन्य सुरक्षा उपायों को लागू करने में सहायता मिली है।

Exit mobile version