नई दिल्ली, 30 मार्च। दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों से उपजी स्थिति की समीक्षा के लिए गुरुवार को आपातकालीन बैठक की। दरअसल, दिल्ली में पिछले वर्ष 31 अगस्त के बाद पहली बार कोविड-19 के मामले बढ़कर 300 हो गए जबकि संक्रमण दर बढ़कर 13.89 प्रतिशत हो गई।
कोरोना वायरस के मामलों में अचानक आई तेजी को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज को आपात समीक्षा बैठक बुलाने का आदेश दिया था। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक, ऑक्सीजन एवं परीक्षण के नोडल अधिकारी और एलएनजेपी सहित कई अस्पतालों के चिकित्सा निदेशक शामिल हुए।
सीएम केजरीवाल शुक्रवार को करेंगे समीक्षा बैठक
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार कोविड-19 की स्थिति पर करीब से नजर रख रही है और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को इस संबंध में समीक्षा बैठक करेंगे। भारद्वाज ने लोगों को आश्वस्त किया कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने की दर कम है।
दिल्ली में कोविड के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं इसलिए माननीय मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal जी के निर्देश पर दिल्ली सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ आपातकाल बैठक ।
कोरोना से निपटने के लिए दिल्ली सरकार के सभी अस्पताल अलर्ट पर हैं लेकिन घबराने की जरूरत नहीं हैं । pic.twitter.com/uNqk1BQtyi
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) March 30, 2023
अस्पताल आने वाले लोगों से मास्क लगाने की अपील की
सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘हमने स्थिति की समीक्षा की। हमने अस्पतालों को लक्षण वाले मरीजों को कोरोना वायरस संबंधी जांच का सुझाव दिया है। अस्पताल आने वाले लोगों से मास्क लगाने की अपील की गई है।’ उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग शुक्रवार को सीएम केजरीवाल को स्थिति के बारे में सूचित करेगा, जिसके बाद वह सरकार को दिशा निर्देश जारी करेंगे।
भारद्वाज ने कहा, ‘मुख्यमंत्री को इस बारे में सूचित किया जाएगा कि अन्य राज्यों में कोविड-19 की स्थिति और मामलों में वृद्धि से वे कैसे निबट रहे हैं। नमूनों की जीनोम अनुक्रमण से जांच भी की जा रही है और अब तक कुछ चिंताजनक नहीं मिला है।’ दिल्ली में 31 अगस्त को कोविड-19 के 377 मामले आए थे और दो मरीजों की मृत्यु हुई थी जबकि संक्रमण दर 2.58 प्रतिशत थी।
दिल्ली में गत 16 जनवरी को कोरोना मामलों की संख्या शून्य हो गई थी
गौरतलब है कि देश में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा के मामलों में तेजी से इजाफा होने के बीच दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से संक्रमण के दैनिक मामलों में वृद्धि देखी जा रही है जबकि पिछले कुछ महीनों से कोविड-19 के मामलों में कमी देखी गई थी। महामारी की शुरुआत के बाद से पहली बार 16 जनवरी को मामले घटकर शून्य हो गए थे। नए मामले आने के साथ दिल्ली में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 20,09,361 हो गई जबकि मृतक संख्या 26,526 हो गई है।