जम्मू, 20 दिसम्बर। जम्मू कश्मीर में बिजली के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों की तीन दिनों से जारी हड़ताल से मचे हाहाकार को देखते हुए उप राज्यपाल प्रशासन के हाथ पांव फूंलते देख सेना ने जम्मू के साथ लगते मीरा साहिब, गलैडनी ग्रिड स्टेशनों पर जिम्मेदारी संभाल ली है।सेना की 237 इजीनियर्स कोर ने रविवार देर शाम को मीरा साहिब टाली मोड़ और गलैडनी के अलावा अन्य ग्रिड स्टेशनों पर मोर्चा संभाल लिया।मीरा साहिब ग्रिड स्टेशन से सीमावर्ती 350 गांवों को बिजली की आपूर्ति सोमवार को बहाल हो जाने की उम्मीद है।
इसके अलावा सरकार ने आइटीआइ व इंजीनियरिंग कालेज के प्रिसिंपल व सुपरिंटेंडेंट को इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग और आइटीआइ के अंतिम वर्ष के सभी छात्रों के नाम व उनके मोबाइल नंबर सौंपने के लिए भी कहा है। जब तक बिजली कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है, सरकार बिजली सप्लाई व्यवस्था को सुनिश्चित बनाने के लिए इन छात्रों की भी मदद लेगी। सेना द्वारा रिसीविंग स्टेशन व ग्रिड का कामकाज संभालने के बाद काफी हद तक बिजली सप्लाई बेहतर हो गई है। पानी की सप्लाई भी शुरू कर दी गई है।
इससे पूर्व जम्मू के डिवीजनल कमिशनर राघव लंगर,जम्मू के एडीजीपी मुकेश सिंह के साथरविवार को पावर इम्लाइज एडं इंजीनियर्स कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्यों की दूसरे दौर की हुई बैठक बेनतीजा रही।जिसके बाद डिवकॉम ने सेना को पत्र लिखकर आवश्यक सेवाएं उपलब्ध करवाए जाने की गुहार लगाई ।पावर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट पीडीडी के पदाधिकारी जम्मू के कनाल रोड स्थित पॉवर हाउस में बीते तीन दिनों से हड़ताल पर है।सेना द्वारा बिजली विभाग की जिम्मेदारी संभाले जाने के बाद लोगों को उम्मीद बंधी है कि सोमवार से जिन इलाकों में बिजली की आपूर्ति ठप है, बहाल हो जाएगी।
रविवार सुबह से ही इस हड़ताल का शहर व आसपास के कई इलाकों में असर भी देखने को मिला। तकनीकी खराबी आने के कारण जिन इलाकों में बिजली बंद हुई, वह देर रात तक भी बंद रही।कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्य इंजीनियर सचिन टिक्कू ने दावा किया है किया कि जिन इलाकों में बिजली के जंपर उड़ रहे है, उन्हें हमारे कर्मचारी ठीक नही कर रहे है,वैसे बिजली की आपूर्ति कुछेक इलाकों में हो रही है।बता दे कि जम्मू कश्मीर में न्यूनतम शून्य बिंदु के नीचे चला गया है, जिससे प्रदेश के 20 जिलों में बिजली की अभूतपूर्व किल्लत देखने को मिल रही है।
जम्मू के सीमावर्ती आरएसपुरा सेक्टर के साथ लगते गांव त्रेवा, पिंडी, जब्बोवाल, चानना, कैंप, चंगिया, कोटली, कोठे कैंप, पिंडी, कोठे सिद्धड़ पारली पिंड आदि गांवों में बिजली गुल रही।कंपकपाती सर्दी के इस मौसम में पूरा दिन बिजली बंद रहने से लोगों का बुरा हाल है। ठिठुरती सर्दी के बीच दिन गुजारने के बाद अब इन इलाकों में लोगों को रात भी बिना बिजली के निकालनी पड़ेगी। बिजली विभाग के सभी कर्मचारियों के एक साथ हड़ताल पर चले जाने से बिजली सप्लाई व्यवस्था पूरी तरह से भगवान भरौसे पर आ गई है। जिन इलाकों में बिजली है, वो सप्लाई जारी है और जहां बंद है, वहां कब तक बंद रहेगी, इस पर कोई कुछ बताने को तैयार नहीं। कर्मचारियों ने अस्पताल को हड़ताल से बाहर रखा।