नई दिल्ली, 12 मई। भारत निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को जानकारी दी कि 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होंगे। जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिहाज से ये चुनाव अहम होंगे। मनोनीत सांसदों की सात सीटें भी खाली हैं।
महाराष्ट्र और तमिलनाडु के छह-छह सदस्य सेवानिवृत्त हो रहे
जिन राज्यों में राज्यसभा के लिए चुनाव कराए जाने हैं, उनमें सबसे ज्यादा 11 सीटें उत्तर प्रदेश में हैं। महाराष्ट्र और तमिलनाडु के छह-छह सदस्य इस अवधि में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। जिन अन्य सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, उनमें पांच बिहार से, चार-चार आंध्र प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक से हैं। तीन-तीन सदस्य मध्य प्रदेश और ओड़िशा से हैं। सेवानिवृत्त हो रहे अन्य सांसदों में दो-दो सदस्य तेलंगाना, छत्तीसगढ़, पंजाब, झारखंड और हरियाणा से हैं जबकि एक सदस्य उत्तराखंड से है।
24 मई को जारी होगी अधिसूचना
निर्वाचन आयोग के अनुसार इन चुनावों की अधिसूचना 24 मई को जारी होगी जबकि मतदान 10 जून को होगा। 57 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी के पास 23 सीटें हैं और आठ पर कांग्रेस का कब्जा है। बाकी अन्य दलों के बीच बंटे हुए हैं।
द्रमुक और आम आदमी पार्टी की ताकत बढ़ना तय
वैसे चुनाव के इस चरण के बाद एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की ताकत बढ़ना तय है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों का कार्यकाल समाप्त होने वाला है और वे फिर से चुनाव के लिए तैयार होंगे।
कांग्रेस नेता अंबिका सोनी, पी. चिदंबरम, जयराम रमेश और कपिल सिब्बल तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सतीश चंद्र मिश्र आदि प्रमुख राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल 21 जून से एक अगस्त के बीच समाप्त हो रहा है।
पिछले माह भाजपा ने उच्च सदन में पार किया था 100 का आंकड़ा
गौरतलब है कि पिछले महीने के द्विवार्षिक चुनावों के बाद भाजपा संसद के ऊपरी सदन में 100 का आंकड़ा पार करने में सफल रही थी और 1990 के बाद ऐसा करने वाली वह पहली पार्टी बन गई। राज्यसभा में कुल 245 सदस्य हैं और बहुमत के लिए 123 अंक जरूरी है।