नई दिल्ली, 6 जून। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने लोकसभा चुनाव-2024 के परिणाम घोषित होने के बाद गुरुवार को आदर्श आचार संहिता हटाने की घोषणा की। आदर्श आचार संहिता हटने के साथ ही अब सरकारें जनहित में नीतिगत फैसले ले सकेंगी। गौरतलब है कि बीते 16 मार्च को लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू की गई थी।
लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद 16 मार्च से लागू थी आदर्श आचार संहिता
केंद्रीय कैबिनेट सचिव और राज्य मुख्य सचिवों को भेजे गए पत्र में निर्वाचन आयोग ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के प्रावधान निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की तिथि से लागू होते हैं और यह चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहते हैं।
चूंकि अब लोकसभा चुनाव-2024 और अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में राज्यों की विधानसभा चुनावों के साथ-साथ कुछ विधानसभा उपचुनावों के परिणाम संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा घोषित कर दिए गए हैं, इसलिए आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।
उल्लेखनीय है कि आदर्श आचार संहिता सभी हितधारकों द्वारा सहमत परम्पराओं का एक समूह है और चुनावों के दौरान लागू की जाती है। इसका उद्देश्य चुनाव प्रचार, मतदान और मतगणना प्रक्रिया को व्यवस्थित, स्वच्छ, शांतिपूर्ण रखना और सत्ताधारी पार्टी द्वारा राज्य मशीनरी व पैसे के दुरुपयोग को रोकना है।
राजीव कुमार ने नवनिर्वाचित सांसदों की सूची राष्ट्रपति को सौंपी
इसके पहले दिन में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने अपने दोनों सहयोगी चुनाव आयुक्तों – ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें 18वीं लोकसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए नवनिर्वाचित सांसदों की सूची सौंप दी। अब राष्ट्रपति नई सरकार के गठन की औपचारिक प्रक्रिया शुरू करेंगी।