हैदराबाद, 1 मई। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने बीआरएस प्रमुख और तेंलगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) को 48 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता जी. निरंजन की शिकायत के आधार पर आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में केसीआर पर यह काररवाई की है।
जी. निरंजन ने अपनी शिकायत में बीआरएस नेता पर पार्टी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। केसीआर पर चुनाव प्रचार को लेकर प्रतिबंध बुधवार (एक मई) को रात आठ बजे से लागू हो गया। निर्वाचन आयोग ने कहा कि पांच अप्रैल को सिरसिल्ला में संवाददाता सम्मेलन में राव की टिप्पणी आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों और उसके परामर्श का उल्लंघन थी। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के बाद केसीआर दूसरे नेता हैं, जिन पर मौजूदा लोकसभा चुनाव में प्रचार करने पर 48 घंटे का प्रतिबंध लगाया गया है।
चुनाव आयोग ने जारी की थी नोटिस
कांग्रेस ने केसीआर के खिलाफ गत छह अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई थी। पार्टी ने कहा कि चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। शिकायत के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव आयोग को एक रिपोर्ट सौंपी थी। आयोग ने उसके आधार पर केसीआर को 16 अप्रैल कारण बताओ नोटिस जारी की थी।
केसीआर ने चुनाव आयोग को कहा था
केसीआर ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि कांग्रेस ने उनके भाषण के अंग्रेजी अनुवाद को तोड़ मरोड़कर पेश किया है। बीआरएस ने चुनाव आयोग को बताया कि तेलंगाना और सिरसिल्ला में चुनाव के प्रभारी तेलुगु नहीं है। वे स्थानीय भाषा को बड़ी मुश्किल से समझते हैं। कांग्रेस ने गलत मतलब निकालकर शिकायत की है। वाक्यों का अंग्रेजी अनुवाद सही नहीं है।
केसीआर ने कांग्रेस नेताओं को ‘कुत्तों की औलाद‘ कहा था
दरअसल, केसीआर ने पांच अप्रैल को सिरसिल्ला में एक प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं को ‘कुत्तों की औलाद’ कहा था। उन्होंने सरकार को ‘लतखोरों’ की सरकार भी कहा। इसके अलावा भी केसीआर के कांग्रेस के लिए बड़े आपत्तिजनक शब्द कहे थे। इसके बाद चुनाव आयोग ने यह काररवाई की है।