नई दिल्ली, 28 मई। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने मंगलवार को बताया कि मौजूदा लोकसभा चुनाव के तहत गत 25 मई को छठे चरण में कुल 63.37 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। चुनाव के पहले छह चरणों में 87.54 करोड़ मतदाताओं में से 57.77 करोड़ यानी लगभग 66 प्रतिशत मतदाता वोट डालने के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंचे हैं। भारत में दुनिया का सबसे बड़ा मतदाता वर्ग 96.88 करोड़ है।
चुनाव आयोग द्वारा छठे चरण में हुए मतदान के बाद जारी आखिरी आंकड़ों के अनुसार 11.13 करोड़ पात्र मतदाताओं में से 7.05 करोड़ ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसमें 61.95 फीसदी पुरुष, 64.95 फीसदी महिला और 18.67 फीसदी थर्ड जेंडर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
छठे चरण में जिन 58 सीटों पर वोटिंग हुई, 2019 में उनमें से 40 सीटें भाजपा ने जीती थीं। वहीं दूसरे स्थान पर बसपा के खाते में चार सीटें गई थीं जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। पिछले चुनाव में इन 58 सीटों पर कुल 64.22% फीसदी वोट पड़े थे।
पिछले सभी चरणों के मतदान प्रतिशत का विवरण
आयोग के अनुसार, 20 मई को हुए पांचवें चरण के मतदान में 62.2 प्रतिशत वोटिंग हुई। यह वर्ष 2019 के आम चुनावों के इस चरण (62.01 प्रतिशत) की तुलना में तनिक ज्यादा था। चौथे चरण में मतदान 69.16 प्रतिशत रहा, जो 2019 के आम चुनाव में इसी चरण की तुलना में 3.65 प्रतिशत अधिक है। तीसरे चरण में मतदान का आंकड़ा 65.68 फीसदी रहा। 2019 चुनाव के तीसरे चरण में 68.4 फीसदी मतदान हुआ था। 2024 के चुनाव के दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि 2019 के दूसरे चरण में 69.64 प्रतिशत मतदान हुआ था। पहले चरण में 66.14 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया जबकि 2019 के चुनाव में पहले चरण में 69.43 फीसदी मतदान हुआ था।