लखनऊ, 22 अप्रैल। यूपी में शनिवार को पारंपरिक उत्साह के साथ ईद का पर्व मनाया जा रहा है और लोग एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईद-उल-फितर के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपने ट्वीट में कहा, ”ईद-उल-फितर का त्योहार खुशी और मेल-मिलाप का संदेश लेकर आता है। यह पर्व अमन-चैन और सौहार्द का संदेश देता है। ईद के पर्व पर सभी को सद्भाव तथा सामाजिक सौहार्द को और सुदृढ़ करने का संकल्प लेना चाहिए।”
उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सभी सावधानियां बरतते हुए ईद-उल-फित्र मनाने की अपील की है। शनिवार को सुबह से ही उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में ईद का पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इसके पहले शुक्रवार को मरकजी चांद कमेटी फरंगी महल के सदर (अध्यक्ष) और काजी-ए-शहर, ईदगाह लखनऊ के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ऐलान किया था कि 21 अप्रैल को शव्वाल का चांद हो गया है, इसलिए ईद-उल-फित्र 22 अप्रैल, शनिवार को मनाई जाएगी।
रमजान माह के अंतिम शुक्रवार को प्रदेश की मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय द्वारा जुमा अलविदा की नमाज अदा की गयी। इसके लिए प्रदेश में सुरक्षा-व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम किये गये थे। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने यहां बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में कहा था कि प्रदेश में 29,439 मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की जाएगी।
उनका कहना था कि ईद-उल-फित्र के दिन 24,439 मस्जिदों के अतिरिक्त 3,865 ईदगाहों में भी नमाज अदा की जाएगी। कुमार ने कहा था कि अलविदा की नमाज तथा ईद-उल-फित्र के दृष्टिगत प्रदेश के समस्त जिलों में 2,933 संवेदनशील स्थान चिन्हित किये गये हैं तथा पुलिस ने 849 जोन एवं 2460 सेक्टर बनाकर पुलिस बल की व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि अलविदा की नमाज तथा ईद-उल-फित्र सकुशल संपन्न कराने के लिए मुख्यालय स्तर से 249 कंपनी पीएसी बल, तीन कंपनी राज्य आपदा मोचक बल (एसडीआरएफ), पांच पांच सीएएफ तथा सात हजार प्रशिक्षणाधीन उप निरीक्षक तैनात किये गये हैं तथा इस बल को राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में व्यवस्थित किया गया है।
कुमार ने कहा कि इसके अलावा अलविदा की नमाज के मौके पर सादे वस्त्रों में भी महिला व पुलिसकर्मियों की टीम बाडी वार्न कैमरे एवं वाइना कूलर के साथ लगायी गयी है एवं नमाज स्थलों की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे भी तथा हाई रिजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।