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बिहार में नई सरकार के गठन की कवायद तेज, कल भंग होगी 17वीं विधानसभा, नीतीश गुरुवार को लेंगे सीएम पद की शपथ

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पटना, 18 नवम्बर। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ऐतिहासिक जीत के बाद नई सरकार के गठन की कवायज तेज हो गई है। इस क्रम में सीएम नीतीश कुमार बुधवार को अपने पद से त्यागपत्र देंगे और उसके साथ ही 17वीं विधानसभा भंग हो जाएगी। अगले दिन यानी गुरुवार (20 नवम्बर) को गांधी मैदान में आयोजित समारोह में नीतीश कुमार रिकॉर्ड 10वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे।

भाजपा के मंत्रियों की सूची पटना में ही तय होगी, अमित शाह कल शाम आएंगे

इस बीच जानकारी मिल रही है कि नई सरकार में भाजपा के मंत्रियों की सूची पटना में ही तय होगी। इस निमित्त केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार की शाम पटना पहुंचेंगे। बताया जा रहा है सरकार में भाजपा के 15 मंत्री बन सकते हैं। इनमें डिप्टी सीएम समेत 10 मंत्री नीतीश कुमार के साथ शपथ ले सकते हैं।

इससे पहले मंगलवार को दिल्ली में भाजपा और जदयू के शीर्ष नेताओं की बैठक हुई। अमित शाह के आवास पर जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और केंद्रीय पंचायती राज मंत्री ललन सिंह पहुंचे थे। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल सदस्यों के नाम पर भी इस बैठक में चर्चा हुई।

पटना में बुधवार को एनडीए के विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नेता चुना जाएगा। उसी क्रम में भाजपा विधायक दल की भी बैठक प्रस्तावित है, जिसमें भाजपा विधायक दल के नेता का चयन होगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बताया कि पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में केंद्र से पार्टी के पर्यवेक्षक भी आएंगे। उनकी मौजूदगी में विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद नई सरकार के गठन को लेकर राज्यपाल के पास दावा पेश किया जाएगा।

इधर, चुनाव परिणाम के दो दिनों बाद भाजपा के विधायकों का पटना आने का क्रम शुरू हो गया है। पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक पार्टी कार्यालय पहुंच रहे हैं। पार्टी कार्यालय में विधायकों का स्वागत भी किया जा रहा है। वहीं, पार्टी के कार्यकर्ता अपने नये विधायकों को बधाई दे रहे हैं।

देखा जाए तो बिहार चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत में अमित शाह की भी अहम भूमिका रही है। बूथ से लेकर संगठन स्तर भाजपा को मजबूत करने में उनका अहम योगदान रहा। चुनाव के दौरान शाह ने 28 रैलियां कीं, जिनसे 141 सीटें कवर हुईं। इनमें से 125 सीटें एनडीए के खाते में गईं। इस प्रकार शाह का स्ट्राइक रेट रहा 88.6% रहा।

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