नई दिल्ली, 5 जुलाई। शीर्ष चीनी मोबाइल निर्माता कम्पनी वीवो और इससे जुड़ी कई फर्मों के खिलाफ कार्रवाई में भारत भर में 44 स्थानों पर छापे मारे गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत वीवो और उससे संबंधित कम्पनियों से जुड़े 44 स्थानों पर तलाशी ली जा रही है।
यूपी व बिहार सहित कई राज्यों में 44 ठिकानों पर ली जा रही तलाशी
प्राप्त जानकारी के अनुसार छापेमारी बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, पंजाब व हरियाणा सहित कई राज्यों में चल रही है। स्मरण रहे कि मई में जेडटीई कॉर्प और वीवो मोबाइल कम्युनिकेशंस कंपनी की स्थानीय इकाइयों की कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए जांच की गई थी। Xiaomi Corp. एक अन्य चीनी फर्म है, जो केंद्र जांच एजेंसी की जांच के दायरे में रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वीवो के खिलाफ अप्रैल में जांच की मांग की गई थी ताकि यह देखा जा सके कि क्या ‘स्वामित्व और वित्तीय रिपोर्टिंग में महत्वपूर्ण अनियमितताएं’ थीं। जेडटीई की पुस्तकों को भी जांच के दायरे में माना जाता था। 2020 में भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के बाद चीनी फर्मों के खिलाफ जांच कड़ी हो गई। तब से अब तक टिकटॉक समेत 200 से ज्यादा मोबाइल एप बैन हो चुके हैं।
गत मई में चीन ने कहा था कि वह नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के विपरीत भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बना हुआ है, जिसमें कहा गया था कि भारत ने पिछले साल किसी भी अन्य देश की तुलना में अमेरिका के साथ अधिक व्यापार किया था। यह इंगित करते हुए कि भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार 125.66 बिलियन डॉलर था, इसने भारत के साथ सामान्य व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए उपाय करने की इच्छा दिखाई।