चंडीगढ़, 22 जनवरी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध खनन और यमुना नदी का प्रवाह ‘‘मोड़ने’’ के आरोपों पर हरियाणा के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और कथित तौर पर उनसे जुड़े कई अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस में एक प्राथमिकी दर्ज करायी है। संघीय एजेंसी ने हरियाणा के यमुनानगर जिले में कथित अवैध खनन से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के तहत इस महीने सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के यमुनानगर से पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और कुछ अन्य के परिसरों पर छापेमारी की थी।
उसने यमुनानगर, सोनीपत, मोहाली, फरीदाबाद, चंडीगढ़ और करनाल में दो नेताओं और उनसे जुड़े लोगों के करीब 20 परिसरों पर छापे मारने के बाद दिलबाग सिंह और उसके साथी कुलवंदर सिंह को गिरफ्तार किया था। धन शोधन का यह मामला पिछले दिनों यमुनानगर और आसपास के जिलों में हुए कथित अवैध खनन की जांच के लिए दर्ज की गईं हरियाणा पुलिस की कई प्राथमिकियों से सामने आया है। ये प्राथमिकियां पट्टा समाप्ति और राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेश के बाद भी पूर्व में हुए पत्थर, बजरी और रेत के कथित अवैध खनन की जांच के लिए दर्ज की गई थीं।
ईडी के गुरुग्राम जोन के संयुक्त निदेशक नवनीत अग्रवाल ने 19 जनवरी को यमुनानगर में प्रताप नगर पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कर आरोप लगाया था कि एजेंसी द्वारा चार जनवरी को की गयी छापेमारी में यह पता चला है कि सिंह, उसके साथियों और कुछ कंपनियों ने ‘‘पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन किया जैसे कि भारी मशीनरी का इस्तेमाल कर नदी से खनन करना, अधिक से अधिक रेत के खनन के लिए पट्टा क्षेत्र में रेत की परत बिछाकर यमुना नदी का प्रवाह मोड़ना।’’ शिकायत में कहा गया है कि “अवैध अवैज्ञानिक खनन” से अर्जित आय को फर्जी नामों पर विभिन्न छद्म संस्थाओं के माध्यम से भेजा गया है।