मुंबई, 1 सितम्बर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी काररवाई करते हुए जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर 538 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी का आरोप है। गिरफ्तारी से पहले उनसे शुक्रवार को ही दिन में पूछताछ की गई थी। उन्हें शनिवार को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।
नरेश गोयल को शुक्रवार सुबह ईडी अधिकारियों ने पूछताछ के लिए तलब किया था। वह इससे पहले दो बार ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। ईडी अधिकारी उन्हें पूछताछ के लिए ले गए थे, जहां से उन्हें मुंबई लाया गया। पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
गोयल के खिलाफ ईडी का यह केस इस वर्ष मई में दर्ज सीबीआई की एफआईआर पर आधारित है। गत पांच मई को सीबीआई अधिकारियों ने गोयल के आवास और उनके दफ्तरों सहित मुंबई में सात स्थानों पर तलाशी ली थी।
गोयल के खिलाफ ये है मामला
सीबीआई की एफआईआर में कहा गया था कि 23 नवम्बर, 2022 को केनरा बैंक के अधिकारियों ने जेट एयरवेज के नरेश गोयल, अनीता गोयल, गौरंग आनंद शेट्टी और अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक षडयंत्र और विश्वासघात का आरोप लगाया था, जिससे केनरा बैंक को 538.62 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
25 वर्षों के ऑपरेशन के बाद भारी कर्ज में डूबी कम्पनी अप्रैल, 2019 में बंद हो गई थी
गौरतलब है कि लगभग 25 वर्षों के ऑपरेशन के बाद अप्रैल, 2019 में जेट एयरवेज बंद हो गई थी। जेट एयरवेज भारी कर्जे में डूबी हुई थी। नरेश गोयल पर अप्रत्यक्ष रूप से विदेश में कई कम्पनियों पर नियंत्रण रखने का आरोप है। इन कम्पनियों में कुछ ट्रांजैक्शन हैवन देशों में भी हैं। शुरुआती जांच में यह बात भी सामने आई थी कि नरेश गोयल ने टैक्स बचाने के लिए घरेलू और विदेशी कम्पनियों के बीच कई संदिग्ध लेनदेन किए और देश से बाहर फंडिंग की थी।