नई दिल्ली, 21 जुलाई। गुजरात में कच्छ में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 रही। भूकंप रात 9 बजकर 47 मिनट आया। इसका केंद्र खावड़ा से 20 किलोमीटर ईस्ट साउथईस्ट में स्थित था। हालांकि, किसी तरह की जान माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। मगर इसने लोगों को दहशत में डाल दिया। कच्छ में पिछले तीन दिनों में तीसरी बार धरती हिली है।
अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके
उधर, अरुणाचल प्रदेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.4 रही. 10 बजकर 59 मिनट पर भूकंप आया। सुबनसिरी इसका केंद्र था।
भूकंप आने पर क्या करें?
भूकंप के दौरान सतर्क रहें और धीरे-धीरे कुछ कदमों तक सीमित हलचल करें, जिससे पास में किसी सुरक्षित स्थान तक पहुंच सकें। इसके साथ ही भूकंप के झटकों के रुकने पर घर में तब तक ही रहें जब तक कि आपको यह न लगे कि अब बाहर निकलना सुरक्षित है। अगर भूकंप के झटके तेज महसूस हो रहे हैं तो आप तत्काल अपने घर में मौजूद मजबूत फर्नीचर के नीचे बैठ जाएं और सिर पर हाथों को रख लें।
क्यों और कैसे आता है भूकंप?
दरअसल, धरती के अंदर मौजूद प्लेटों के आपस में टकराने के चलते भूकंप आता है। भू-विज्ञान के जानकार बतातें हैं कि हमारी धरती 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इन प्लेटों के टकराने पर जो ऊर्जा निकलती है, उसे भूकंप कहा जाता है।
जानकार के मुताबिक, धरती के नीचे मौजूद ये प्लेटें बेहद धीमी रफ्तार से घूमती रहती हैं। हर साल ये प्लेटें अपनी जगह से 4-5 mm खिसक जाती हैं। इस दौरान कोई प्लेट किसी से दूर हो जाती है तो कोई किसी के नीचे से खिसक जाती है। इसी दौरान प्लेटों के टकराने से भूकंप आता है।

