काठमांडू, 15 नवम्बर। भारत के पड़ोसी मुल्क नेपाल में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। अच्छम जिले के बबाला के पास मंगलवार शाम को भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.2 मापी गई। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के मुताबिक भूकंप शाम 6.18 बजे आया। जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
नेपाल में एक सप्ताह के भीतर यह छठा भूकंप है। देश में पिछले कुछ दिनों से लगातार भूकंप आ रहे हैं। माना जा रहा है कि यहां आने वाले समय में ज्यादा तीव्रता वाला भूकंप आ सकता है।
इससे पहले गत 12 नवम्बर की रात 8.12 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र काठमांडू से 460 किलोमीटर पश्चिम में बझांग का पतादेबल में था। 10 नवम्बर को बजुरा जिले के छेड़ेदहा ग्रामीण नगर पालिका के पास 4.1 तीव्रता का भूकंप आया था। वहीं नौ नवंबर को डोटी जिले के खप्तड़ बाबा आश्रम के पास 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें छह लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा आठ नवम्बर को भी इसी जगह दो बार 5.7 और 4.1 तीव्रता का भूकंप आया था।
गत 12 नवम्बर को आए भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड में भी महसूस किए गए थे। भूकंप के झटके करीब 54 सेकेंड तक महसूस किए गए थे, जिससे लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए थे। हालांकि, अच्छी बात यह रही कि इस भूकंप में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।
गौरतलब है कि 2.0 या 3.0 की तीव्रता वाला भूकंप हल्का होता है जबकि 6.0 तीव्रता या इससे ज्यादा तीव्रता वाला भूकंप खतरनाक और विनाशकारी होता है। टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल, उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग के कारण भूकंप आता है।