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म्यांमार में भूकंप से तबाही : अब तक 144 की मौत, 700 से ज्यादा लोग घायल

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नई दिल्ली, 28 मार्च। म्यांमार में शुक्रवार की दोपहर आए 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप और उसके बाद 6.4 तीव्रता के आफ्टरशॉक ने भयंकर तबाही मचाई है। इस आपदा में अब तक 144 लोगों की मौत हो चुकी है और 732 लोग घायल बताए जा रहे हैं। म्यांमार की सैन्य सरकार (जुंटा) के प्रमुख ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ये आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है।

भूकंप से कई इमारतें, पुल और ऐतिहासिक इमारतें गिर गई हैं। इससे कई लोग मलबे में दबे हुए हैं। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार भूकंप का केंद्र मांडले शहर से 17.2 किमी दूर था, जहां करीब 15 लाख लोग रहते हैं। मांडले के अलावा सगाइंग, नेपिडॉ और अन्य क्षेत्रों में भी भूकंप का जबर्दस्त असर देखा गया।

सेना ने की 6 राज्यों में आपातकाल की घोषणा, अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी

म्यांमार की सत्तारूढ़ सैन्य सरकार (जुंटा) ने सागाइंग, मांडले और राजधानी नेपीताव सहित छह राज्यों में छह राज्यों में आपातकाल लागू कर दिया है और अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है, लेकिन अब तक विनाश की सही तस्वीर सामने नहीं आई है। अधिकारी बचाव कार्यों को प्राथमिकता दे रहे हैं, लेकिन कई पुलों के क्षतिग्रस्त होने के कारण कई प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचना एक चुनौती है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में गिरी हुई इमारतें, दरारों वाली सड़कें और बर्बाद हो चुके घर देखे जा सकते हैं।

थाईलैंड में भी असर, अब तक 9 मरे, 117 लोग फंसे

म्यांमार के साथ ही थाईलैंड भी भूकंप से थर्रा उठा। बैंकॉक में निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत के मलबे के नीचे दबे आठ लोग मारे गए और दर्जनों श्रमिकों को बचाया गया। बताया जा रहा है कि लगभग 117 लोग अब भी फंसे हुए हैं और बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चल रहा है। थाईलैंड में एक अलग स्थान पर एक और व्यक्ति की मौत हो गई।

ऐतिहासिक धरोहरें भी हुईं क्षतिग्रस्त

म्यांमार के सरकारी मीडिया के अनुसार भूकंप के कारण पांच शहरों और कस्बों में इमारतें ढह गईं, साथ ही यांगून-मंडले एक्सप्रेसवे पर एक रेलवे पुल और एक सड़क पुल भी ढह गया। शक्तिशाली भूकंप के बाद मंडले में ऐतिहासिक 90 साल पुराना अवा ब्रिज इरावदी नदी में गिर गया। म्यांमार से सामने आ रहीं कई तस्वीरों और वीडियो में एक ढहा हुआ घंटाघर और ऐतिहासिक मांडले पैलेस के क्षतिग्रस्त हिस्से दिखाई दे रहे हैं।

इंटरनेशनल रेड क्रॉस एजेंसी ने म्यांमार में बड़े बांधों की स्थिति के बारे में चिंता जताई है और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान की पुष्टि की है, जिसमें देश का उत्तर-पश्चिम सबसे अधिक प्रभावित है। रेड क्रॉस की एक वरिष्ठ अधिकारी मैरी मैनरिक ने कहा, ‘सड़कों, पुलों और सार्वजनिक भवनों सहित सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। हम विशेष रूप से बड़े पैमाने पर बांधों के बारे में चिंतित हैं और लोग उनकी स्थिति पर बारीकी से नजजर रख रहे हैं।’

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