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पश्चिम बंगाल : बीरभूम हिंसा की जांच के दौरान विस्फोटकों का जखीरा मिला, 40 क्रूड बम बरामद

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बीरभूम, 26 मार्च। पश्चिम बंगाल के बीरभूम में बीते दिनों हुई हिंसा की जांच के दौरान जिले के रामपुरहाट में 40 देसी बम बरामद किए गए हैं। बमों को चार बाल्टियों में छिपाकर एक निर्माणाधीन मकान के पिछले हिस्से में रखा गया था। बीरभूम के पुलिस अधीक्षक नागेंद्र नाथ त्रिपाठी का कहना है कि जांच पड़ताल जारी है।

हिंसा के बाद बीरभूम में अब तक बरामद किए जा चुके हैं 170 देसी बम

पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार से अब तक पूरे बीरभूम में कुल 170 देसी बम बरामद किए जा चुके हैं। आज रामपुरहाट के बोगतुई गांव से सटे मार्गराम में एक निर्माणाधीन इमारत से पुलिस ने कच्चे बम से भरी चार और बाल्टियां बरामद कीं, जिसमें करीब 40 बम थे। शुक्रवार को पांच बाल्टी कच्चे बम मारग्राम से ही बरामद हुए थे।

सीबीआई ने 21 आरोपितों पर दंगे की धाराओं में दर्ज किया केस

इस बीच हिंसा की जांच के लिए नियुक्त सीबीआई एक्शन मोड में आ गई है। उसने इस मामले में गिरफ्तार 21 आरोपितों के खिलाफ दंगे से जुड़ी धाराएं लगाई हैं। इसी क्रम  में जांच के लिए सीबीआई की फोरेंसिक टीम रामपुरहाट इलाके में पहुंच गई है। यहां सीबीआई की टीम मामले से संबंधित फाइलों और दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले रही है।

टीएमसी नेता की हत्या के बाद जिंदा जला दिए गए थे 8 लोग

गौरतलब है कि बीरभूम जिले के रामपुरहाट में गत 21 मार्च को टीएमसी नेता और उप प्रधान भादू शेख की हत्या के बाद हिंसा भड़क गई थी। वहां कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। आग से जलकर दो बच्चों और तीन महिलाओं समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। घरों में आग लगाने के पहले लोगों की बेरहम पिटाई का भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है।

हाई कोर्ट ने सीबीआई से 7 अप्रैल तक मांगी है जांच की प्रोग्रेस रिपोर्ट

बोगतुई गांव में आठ लोगों को जिंदा जलाए जाने की घटना के बाद शुक्रवार को कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। साथ ही हाईकोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया कि वह सात अप्रैल तक अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट फाइल करे।

गिरफ्तार आरोपितों में भादू शेख के परिवार के छह सदस्य

इस केस में अब तक गिरफ्तार 21 आरोपितों में भादू शेख के परिवार के छह सदस्य शामिल हैं। इसके अलावा रामपुरहाट ब्लॉक के टीएमसी अध्यक्ष अनरुल हुसैन को भी गिरफ्तार किया गया है। पीड़ितों के परिजनों ने कहा है कि वह इस मामले का मास्टर माइंड है। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों का दावा था कि दमकल कर्मियों को शव बरामद करने के लिए 10 घंटे तक इंतजार करना पड़ा था।

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