ढाका, 14 अक्टूबर। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा महोत्सव के दौरान कट्टरपंथियों द्वारा कुछ मंदिरों में तोड़फोड़ के बाद कई स्थानों पर दंगे स्थानों पर दंगे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। संघर्ष के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हालात पर नियंत्रण के लिए 22 जिलों में पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
कोमिला में एक स्थानीय मंदिर को निशाना बनाने को बाद बिगड़ी स्थिति
चांदपुर के हाजीगंज में पुलिस से संघर्ष में 3 मरे
बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में बांग्लादेश पुलिस की रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) और पैरामिलिट्री फोर्स बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के जवानों की तैनाती की गई है। कुल 22 जिलों में बीजीबी को तैनात किया गया है। इसी बीच धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने एक इमरजेंसी नोटिस जारी कर लोगों से कानून को अपने हाथ में न लेने की अपील की है।
बीजीबी के डायरेक्टर ऑफ ऑपरेशन लेफ्टिनेंट कर्नल फैजुर रहमान ने बताया कि गृह मंत्रालय के अनुरोध पर दुर्गा पूजा के पंडालों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बीजीबी के जवानों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि अगर जरूरत पड़ी तो और जवानों को तैनात किया जाएगा।
कोमिला हिंसा में अब तक 43 लोग गिरफ्तार
इस बीच चटगांव रेंज के पुलिस प्रमुख ने गुरुवार को बताया कि कोमिला में हुई हिंसा में अब तक 43 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अनवर हुसैन ने कोमिला में मीडिया से कहा कि जांचकर्ता घटना में संलिप्त लोगों की पहचान करने के लिए सुरक्षा कैमरों के फुटेज की जांच कर रहे हैं और अपराधियों को जल्द कठघरे में खड़ा किया जाएगा।