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त्रिपुरा : डॉ. माणिक साहा ने 11वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली, 6 वर्ष हले कांग्रेस छोड़ थामा था भाजपा का दामन

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अगरतला, 15 मई। डॉ. माणिक साहा ने शनिवार को त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने एक समारोह में डॉ. माणिक साहा को राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। भाजपा ने बिप्लव देव के इस्तीफे का बाद उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी है।

सीएम बनने के बाद उन्होंने कहा, ‘हम पीएम मोदी और बीजेपी के विकास के मुद्दे को लेकर आगे बढ़ेंगे। हम त्रिपुरा के लोगों के मुद्दों को हल करने के साथ-साथ राज्य में कानून-व्यवस्था को भी बढ़ाएंगे। हमारे लिए कोई राजनीतिक चुनौती नहीं है।’

गौरतलब है कि कि साहा कांग्रेस छोड़कर 2016 में भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा में आने के बाद माणिक को चार साल बाद 2020 में प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बनाया गया। वह त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी बने। साहा को हाल ही में राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया था और अब उन्हें सीएम की कुर्सी सौंप दी गई। साहा पेशे से डेंटिस्ट हैं और उनकी छवि बेहद साफ-सुथरी मानी जाती है। माणिक को भाजपा में किसी खेमे का नहीं माना जाता है।

माण‍िक साहा मुख्यधारा की राजनीति में आने से पहले हापनिया स्थित त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में पढ़ाया करते थे। उन्हें 2020 में पार्टी प्रमुख बनाया गया और इस साल मार्च में राज्यसभा के लिए चुने गए। साहा ने खुद को मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद कहा, ‘मैं पार्टी का एक आम कार्यकर्ता हूं और आगे भी रहूंगा।’

इस्तीफे के बाद देब बोले – पार्टी सबसे ऊपर

इसके पूर्व देब ने राज्य में तेजी से बढ़ते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने राज्य के राज्यपाल एसएन आर्य को अपना इस्तीफा सौंपा। देब ने कहा, ‘पार्टी सबसे ऊपर है। मैं भाजपा का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। मुझे लगता है कि जो जिम्मेदारी दी गई, उसके साथ मैंने न्याय किया फिर चाहे राज्य भाजपा इकाई के अध्यक्ष का पद हो या त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी। मैंने त्रिपुरा के संपूर्ण विकास के लिए कार्य किया और सुनिश्चित किया कि राज्य के लोगों के लिए शांति हो।’