नई दिल्ली, 14 सितम्बर। विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने कहा है कि अफगानिस्तान की गंभीर आपात स्थिति में भारत पहले की तरह पूरी मजबूती से वहां के लोगों के साथ है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में सुचारू माहौल बहाल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होना होगा। अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र की उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. जयशंकर ने ये बातें कहीं।
मौजूदा स्थिति में प्रभावी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करना प्राथमिक चुनौती
डॉ. जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति में प्रभावी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करना प्राथमिक चुनौती है। उन्होंने कहा कि वहां निर्बाध रूप से मानवीय सहायता पहुंचाया जाना जरूरी है और संयुक्त राष्ट्र ही इन प्रयासों पर कुशल निगरानी रख सकता है। भारत ने अफगानिस्तान के भविष्य को लेकर हमेशा संयुक्त राष्ट्र की केंद्रीय भूमिका का समर्थन किया है।
EAM @DrSJaishankar to make an intervention shortly at the UN High-Level Meeting on the Humanitarian Situation in Afghanistan 2021:
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— Arindam Bagchi (@MEAIndia) September 13, 2021
भारत का अफगानिस्तान में 3 अरब डॉलर से अधिक का निवेश
विदेश मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए भारत के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रयासों से वहां आजीविका के साधन और बुनियादी ढांचा सृजित करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान में तीन अरब अमेरिकी डॉलर से भी अधिक का निवेश कर रखा है और विभिन्न क्षेत्रों में पांच सौ परियोजनाएं शुरू की हैं।