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इमरान खान को दोहरा झटका – तोशखाना मामले में दोषी करार, सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दी जमानत अर्जी

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इस्लामाबाद, 10 मई। पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा गिरफ्तारी के 24 घंटे बाद पूर्व प्रधानमंत्री व पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेता इमरान खान को बुधवार को दोहरा झटका लगा। इस क्रम में एकतरफ तोशखाना मामले में उन्हें दोषी करार दिया गया तो वहीं सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी ठुकरा दी और उन्हें आठ दिनों की पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया।

इमरान बोले – ‘ऐसे इंजेक्शन दिए गए, जिससे मेरी मौत हो सकती है

इमरान खान ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान कई दावे किए। उन्होंने कहा, ‘मेरा वारंट दूसरी संस्था से आया है। मैं बीते 24 घंटे से वॉशरूम नहीं गया हूं। कृपया मेरे चिकित्सक डॉ. फैसल को बुलाने की अनुमति दें। मैं नहीं चाहता कि मकसूद चपरासी के साथ जो हुआ, वह मेरे साथ हो। वे इंजेक्शन लगाते हैं, व्यक्ति धीरे-धीरे मर जाता है। मुझे हिरासत में ऐसे इंजेक्शन दिए गए, जिससे मेरी मौत हो सकती है।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसा कौन सा रिकॉर्ड है, जो मैं नहीं दे रहा हूं। मुझे डर है कि कहीं मेरे साथ कुछ गलत न हो जाए।’

इमरान की गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन जारी

गौरतलब है कि विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दिए गए उपहारों को बेचने के बाद प्राप्त धन की घोषणा करने में विफल रहने के बाद चुनाव आयोग द्वारा खान के खिलाफ तोशखाना मामला दर्ज किया गया था। वहीं मंगलवार को इमरान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया, जिसके कारण पूरे पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन लगातार दूसरे दिन जारी रहा।

एक हजार से ज्यादा पीटीआई कार्यकर्ता गिरफ्तार

इस बीच पाकिस्तान की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हिंसक प्रदर्शनों के बीच 1000 से ज्यादा पीटीआई कार्यकर्ताओं को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। खबरों में पहले बताया गया कि पूर्व विदेश मंत्री व इमरान खान के सबसे खास नेताओं में एक शाह महमूद कुरेशी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

शाह महमूद कुरेशी ने खुद की गिरफ्तारी की खबरों का खंडन किया

लेकिन कुरेशी ने खुद की गिरफ्तारी की खबरों को खारिज किया। पीटीआई के वाइस चेयरमैन कुरेशी ने एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। हालांकि, उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को आगाह किया, ‘विघटन फैलाने, अराजकता, आतंक और आतंक पैदा करने, हमारी पार्टी और समर्थकों की भावना को तोड़ने की कोशिश करने के लिए हर तरह की रणनीति मौजूद है।’ कुरेशी ने यह भी चेतावनी दी कि ऐसा करना एक बड़ी गलती होगी।

पंजाब-खैबर पख्तूनख्वा में आर्मी बुलाई गई

वहीं पाकिस्तान के कई इलाकों में मिलिट्री रूल लगा दिया गया है जबकि पंजाब-खैबर पख्तूनख्वा में आर्मी बुला ली गई है। वहीं सभी प्रसाशनिक और ला एंड ऑर्डर का जिम्मा अब आर्मी के हवाले कर दिया गया है। उधर पाकिस्तान के न्यूक्लियर बेस और न्यूक्लियर पावर प्लांट पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। हथियाबंद कमांडों तैनात किए गए हैं। रास्तों को पूरी तरह सील किया गया है। ड्रोन से पूरे इलाके में नजर रखी जा रही है।

क्या है अल-कादिर ट्रस्ट मामला

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने अल कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट के नाम पर सैकड़ों कनाल जमीन के कथित लाभ के लिए इमरान खान, बुशरा बीबी और अन्य के खिलाफ जांच शुरू की थी। इमरान खान और अन्य आरोपितों ने कथित तौर पर ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) द्वारा सरकार को भेजे गए समय पर 50 बिलियन – 190 मिलियन पाउंड समायोजित किए। पूर्व पीएम इमरान खान ने 26 दिसंबर, 2019 को अल-कादिर विश्वविद्यालय परियोजना के लिए ट्रस्ट पंजीकृत किया।

तोशखाना की अलग कहानी

वहीं तोशाखाना की स्थापना 1974 में की गई थी। यह विभाग कैबिनेट डिवीजन के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है। शासकों, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को अन्य देशों के शासनाध्यक्षों तथा विदेशी गणमान्य लोगों से मिले महंगे तोहफे तोशाखाना में रखे जाते हैं। इमरान खान जिला एवं सत्र अदालत में पेश किए गए, जहां न्यायाधीश हुमायूं दिलावर ने मामले की सुनवाई की। यह मामला पिछले साल पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने दायर किया था और खान पिछले महीनों में कई सुनवाई में पेश नहीं हुए थे।