नई दिल्ली, 23 अप्रैल। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने भारतीय छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए पाकिस्तान न जाने की सलाह दी है। इन दोनों संगठनों ने एक वक्तव्य जारी करके भारतीय नागरिकों और प्रवासी भारतीय छात्रों को उच्च शिक्षण के लिए पाकिस्तान न जाने की सलाह दी है।
वक्तव्य में कहा गया है कि पाकिस्तान से किसी भी तरह का उच्च शिक्षण हासिल करने वाले छात्रों को वहां की डिग्री के आधार पर भारत में कोई रोजगार या अन्य उच्चतर अध्ययन संस्थानों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
संगठनों ने यह स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान से विस्थापित होकर यहां लौटे लोग और उनके बच्चे जिन्हें भारत की नागरिकता मिल गई है वे पाकिस्तान में हासिल की गई शिक्षा के आधार पर भारत में रोजगार पाने के योग्य होंगे लेकिन इसके लिए उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय से सुरक्षा संबंधित मंजूरी लेनी होगी।
- हर साल बड़ी संख्या में विदेश जाते हैं छात्र
गौरतलब है कि देश से हर साल बड़ी संख्या में छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाते है। इस दौरान छात्रों का फोकस दुनिया के ऐसे देशों की ओर ज्यादा होता है, जहां उनके बजट में उन्हें दाखिला मिल जाता है। साथ ही जहां रहने और खाने का खर्च भी कम होता है।