नई दिल्ली, 16 नवंबर। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर 2024 के राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगे। 76 वर्षीय ट्रंप ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वह 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के दावेदार होंगे। ट्रंप ने कहा, “अमेरिका को फिर से महान और गौरवशाली बनाने के लिए, मैं आज रात संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर रहा हूं,”।
- ट्रंप ने किया समर्थकों का अभिवादन
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप ने औपचारिक रूप से 16 नवंबर को 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए दस्तावेज दाखिल किए। इस दौरान ट्रंप ने फ्लोरिडा के एक रिसॉर्ट में अपने समर्थकों का अभिवादन किया। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि अब अमेरिका की वापसी शुरू हो रही है।
- जीत के लिए हासिल करना होगा इतना बहुमत
बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी चुनाव प्राधिकरण के साथ व्हाइट हाउस की उम्मीदवारी के कागजात दाखिल कर दिए है। 2024 में पार्टी के नामांकन के संभावित दावेदार, फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसांटिस और पूर्व उपाध्यक्ष माइक पेंस हो सकते है। बता दें कि ट्रंप को जीत के लिए 435 सीटों वाली प्रतिनिधि सभा में बहुमत हासिल करना होगा। डेमोक्रेटिक अमेरिकी सीनेटर राफेल वॉर्नॉक के खिलाफ दौड़ में ट्रम्प के चुने हुए उम्मीदवार में पूर्व फुटबॉल स्टार हर्शल वॉकर भी है।
- डोनाल्ड ट्रम्प के लिए चुनौती भरा समय
मध्यावधि चुनाव में मिले निराशाजनक नतीजों के बाद ट्रंप पर कई आरोप लग रहे है कि उनके समर्थन के कारण ही रिपब्लिकन उम्मीदवार चुनाव हार गए। इस बीच ट्रंप ने 15 नवंबर को अपने सोशल मीडिया पर ऐलान किया था कि उम्मीद है कि 16 नवंबर का दिन हमारे देश केइतिहास में सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक होगा!
ट्रंप के लिए ये चुनाव बेहद मुश्किल साबित हो सकता है कि क्योंकि बतौर राष्ट्रपति उन पर दो बार महाभियोग चल चुका है। बता दें कि अमेरिका के इतिहास में केवल एक ही ऐसे राष्ट्रपति ग्रोवर क्लीवलैंड थे जिन्होंने राष्ट्रपति पद से हटने के बाद 1884 और 1892 में दोबारा राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया था।
- ट्रंप क्या जीत पाएंगे 2024 का चुनाव?
लंबे समय से इस बात पर चर्चा चल रही थी ट्रंप 2024 के राष्ट्रपति चुनाव लड़ंगे भी या नहीं। बता दें कि इसस पहले ट्रंप 2015 में अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए थे। 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में वह बुरी तरह हार गए थे लेकिन अब सवाल ये है कि 2024 में वह समर्थन जुटा पाएंगे या नहीं।