नई दिल्ली, 18 अक्टूबर। देश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार आ रही कमी के बीच पूर्व घोषणा के अनुरूप सोमवार से घरेलू उड़ानों का परिचालन पूरी क्षमता के साथ शुरू हो गया। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गत 12 अक्टूबर को इस आशय का संशोधित आदेश जारी किया था।
अब तक 85 फीसदी क्षमता के साथ थी उड़ानों की अनुमति
उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि विमानन कम्पनियां अब बिना किसी क्षमता प्रतिबंध के घरेलू उड़ानें चलाएगी। यात्रियों की हवाई यात्रा की मांग में हो रही बढ़त के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है। वैसे, गत 18 सितम्बर से कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण देश में सभी एयरलाइन के विमान 85 प्रतिशत क्षमता के साथ उड़ान भर रहे थे।
हालांकि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए एयरलाइंस को जून में घरेलू उड़ान संचालन को अपनी क्षमता के 50 प्रतिशत तक सीमित करने के लिए मजबूर किया था। यह नियम जुलाई तक जारी रहा, जिसके बाद इसे बढ़ाकर 65 प्रतिशत, फिर 12 अगस्त से 18 सितम्बर के बीच इस सीमा को बढ़ाकर 72.5 प्रतिशत कर दिया गया था।
पिछले वर्ष लॉकडाउन के बाद 33 प्रतिशत क्षमता के साथ शुरू हुई थीं घरेलू उड़ानें
गौरतलब है कि पिछले वर्ष कोरोना की पहली लहर में हुए लॉकडाउन के दौरान उड़ानों पर पूरी तरह से प्रतिबंध के बाद 25 मई, 2020 को सरकार ने 33 प्रतिशत की क्षमता के साथ उड़ान भरने की अनुमति दी थी। इसके बाद दिसंबर, 2020 में इसे बढ़ाकर 80 फीसदी कर दिया गया था।
यात्रियों की क्षमता में संशोधन का निजी विमानन कम्पनियों ने किया स्वागत
इस बीच यात्रियों की क्षमता में संशोधन का देश की निजी विमानन कम्पनियों ने स्वागत किया है। इंडिगो ने एक बयान में कहा, ‘यह एक स्वागत योग्य कदम है क्योंकि हमारा मानना है कि आगामी त्योहारी सीजन के साथ हाल ही में मांग में कमी के साथ, पूर्व-महामारी के स्तर पर उड़ानें संचालित करना बहुत अच्छा होगा। हम समग्र विकास और घरेलू यात्रा की मांग के बारे में काफी उत्साहित हैं।’