कोकराझार (असम), 29 नवम्बर। कोकराझार में छह जातीय समूहों को जनजाति का दर्जा देने के प्रस्ताव के खिलाफ प्रदर्शन शनिवार को उग्र हो गया। प्रदर्शन में शामिल हजारों आदिवासी छात्रों ने देबरगांव से जेडी रोड होते हुए बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद (BTC) के सचिवालय तक मार्च निकाला।
प्रदर्शनकारी बाद में मेन गेट पार करके BTC सचिवालय तक पहुंच गए। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और BTC सचिवालय का प्रवेश द्वार तोड़ दिया और परिसर में घुस गए। प्रदर्शनकारियों ने BTC असेंबली हाउस के फर्नीचर में भी तोड़-फोड़ की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की और मुर्दाबाद के नारे लगाए।
6 जातीय समूहों को जनजाति का दर्जा देने का प्रस्ताव रद करने की मांग
इस बीच असम के जनजातीय संगठनों की समन्वय समिति (CCTOA) ने एक बयान जारी कर कहा है कि CCTOA कोकराझार के बोडोफा शहर में BTC सेक्रेटेरिएट पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में शामिल रहा है। प्रदर्शनकारियों ने कोकराझार जिला आयुक्त मसंदा एम. पार्टी के जरिये असम के मुख्यमंत्री, केंद्र सरकार के आदिवासी मामलों के मंत्री और BTC प्रमुख हग्रामा मोहिलरी को एक मेमोरेंडम भेजा, जिसमें छह जातीय समूहों को जनजाति का दर्जा देने का प्रस्ताव रद करने की मांग की गई।
CCTOA की प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज न करने की चेतावनी
CCTOA ने जिला आयुक्त को आगाह किया है कि सरकार और प्रशासन प्रदर्शन कर रहे छात्रों के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं करेंगे। CCTOA ने कहा कि प्रदर्शनकारी तब तक अपना विरोध जारी रखेंगे, जब तक BTC सरकार छह जातीय समूहों को जारी NOC वापस नहीं ले लेती।
हालांकि, जिला आयुक्त के प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने और उन्हें यह भरोसा दिलाने के बाद प्रदर्शन रोक दिया गया कि सरकार को उनकी मांगों के बारे में बता दिया जाएगा।

