नागपुर, 7 दिसम्बर। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) विधायक एवं पूर्व मंत्री नवाब मलिक के गुरुवार को अजित पवार गुट में शामिल के बाद महाराष्ट्र के दोनों डिप्टी सीएम यानी देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार में तकरार हो गई है।
राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन गुरुवार को सत्ताधारी दल के साथ बैठते ही अजित पवार ने मलिक का स्वागत किया। हालांकि, उप मुख्यमंत्री फडणवीस ने मलिक के सत्ता पक्ष में शामिल होने पर नाराजगी व्यक्त की। अपना विरोध जताते हुए फडणवीस ने पवार को पत्र लिखा कि जमानत पर बाहर मलिक को ‘महायुति’ का हिस्सा बनाना उचित नहीं होगा। सत्ता से ज्यादा महत्वपूर्ण देश और राष्ट्रवाद है।
फडणवीस ने पत्र में क्या लिखा
अजित पवार को लिखे अपने पत्र में फडणवीस ने कहा, ‘पूर्व मंत्री एवं विधान सभा सदस्य नवाब मलिक आज विधानसभा क्षेत्र में आए और कार्य में भाग लिया। विधानसभा के सदस्य के रूप में उन्हें यह अधिकार प्राप्त है। मैं शुरू में ही स्पष्ट कर दूं कि हमारी उनसे कोई व्यक्तिगत दुश्मनी या शिकायत नहीं है। लेकिन, जिस तरह के आरोप उन पर लगे हैं, उसे देखते हुए हमारी राय है कि उन्हें महायुति में लेना ठीक नहीं होगा।’
आरोप साबित नहीं हुए तो स्वागत करें
पडणवीस ने कहा, ‘सत्ता आती है और जाती है। लेकिन सत्ता से ज्यादा महत्वपूर्ण देश है। वह फिलहाल सिर्फ मेडिकल आधार पर जमानत पर हैं। यदि उन पर लगे आरोप साबित नहीं हुए तो हमें उनका स्वागत करना चाहिए। हालांकि, हमारी स्पष्ट राय है कि ऐसे आरोपों के रहते उन्हें महायुति का हिस्सा बनाना सही नहीं होगा। अपनी पार्टी में किसे लेना है, यह चुनना पूरी तरह आपका अधिकार है। हालांकि, हर घटक दल को यह सोचना होगा कि वह महायुति में बाधा नहीं बनेगी, इसलिए हम इसके खिलाफ हैं।’
सत्ता येते आणि जाते.
पण सत्तेपेक्षा देश महत्वाचा… pic.twitter.com/WDzm3Pjo3f— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 7, 2023
भाजपा नेता ने आगे कहा, ‘हम तत्कालीन मुख्यमंत्री और महा विकास अघाड़ी सरकार के विचारों से सहमत नहीं हो सकते, जिसने उन्हें तब भी मंत्री बनाए रखा, जब उन्हें देशद्रोहियों के साथ संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मुझे आशा है कि आप हमारी भावनाओं पर ध्यान देंगे।’
अजित पवार गुट बोला – ‘हम नवाब मलिक के साथ‘
हालांकि फडणवीस के पत्र के बाद अजित पवार गुट की प्रतिक्रिया सामने आई है। अजित पवार के प्रवक्ता सूरज चह्वाण ने कहा कि वे लोग नवाब मलिक का समर्थन करते हैं। कहा गया है कि ये उनकी पार्टी की इच्छा है। प्रवक्ता आगे बोले कि किसी को कोर्ट की तरफ से गलत बताए जाने से पहले देशद्रोही या दोषी बताना ठीक नहीं। अजित गुट ने साफ कहा है कि वह नवाब मलिक के साथ है।
नवाब मलिक पर क्या है आरोप
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के पूर्व अल्पसंख्यक मंत्री प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक मामले में आरोपित हैं। भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों की गतिविधियों से जुड़ी मनी-लॉन्ड्रिंग जांच में फरवरी, 2022 में गिरफ्तार होने के बाद वह पिछले पांच माह से मेडिकल जमानत पर बाहर हैं।