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भीषण भूकंप से आफत : म्यांमार में 25 लोगों की मौत, थाईलैंड में 30 मंजिला इमारत ढही, 81 लोग मलबे में फंसे

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नई दिल्ली, 28 मार्च। म्यांमार व थाईलैंड सहित पांच देश शुक्रवार की दोपहर भूकंप के भयंकर झटकों से थर्रा उठे। रिक्टर स्केल पर 7.7 तीव्रता के भूकंप का केंद्र म्यांमार में था, लेकिन इसके प्रभाव से बैंकॉक समेत कई इलाकों में झटके महसूस किए गए। भारत के मेघालय और पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा बांग्लादेश और चीन के यूनान प्रांत में भी भूकंप के झटके लगे।

म्यामांर में अंतिम समाचार मिलने तक 25 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी थी। मांडले में जहां 20 लोगों की मौत हो गई, वहीं ताउंगू में 5 लोग मारे गए हैं जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने हादसे में हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है और रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया गया है।

बैंकॉक में निर्माणाधीन इमारत ढहने से 3 मजदूरों की मौत

उधर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकंप के बाद एक 30 मंजिला निर्माणाधीन इमारत गिरने से तीन मजदूरों की मौत हो गई और 81 लोग मलबे में फंस गए। थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री फुमथाम वेचयाचाई ने जानकारी दी कि यह हादसा म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के कारण हुआ। राहत और बचाव कार्य जारी है। रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और फंसे हुए लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

इस बीच बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए एक आपातकालीन नंबर जारी किया है। भारतीय दूतावास ने कहा, ‘हम थाई अधिकारियों के साथ स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं, अभी तक किसी भी भारतीय नागरिक के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास और चियांग माई में वाणिज्य दूतावास के सभी सदस्य सुरक्षित हैं।’

भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने और आवश्यकता पड़ने पर दूतावास से संपर्क करने की अपील की गई है. इमरजेंसी कॉन्टेक्ट नंबर : +66 618819218… इस नंबर पर थाईलैंड में फंसे भारतीय नागरिक किसी भी आपात स्थिति में संपर्क कर सकते हैं।

पीएम मोदी ने जताई चिंता, भारत ने की मदद की पेशकश

इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा पर गहरी चिंता जताई और X पर एक पोस्ट में कहा कि भारत हर संभव मदद के लिए तैयार है। उन्होंने लिखा, ‘सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं, भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। इस संबंध में हमने अपने अधिकारियों को तैयार रहने को कहा है। साथ ही विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के संपर्क में रहने को कहा है।

बैंकॉक में मेट्रो सेवा ठप

वहीं थाईलैंड की सरकार ने आपातकाल घोषित कर बैंकॉक मेट्रो, रेलवे और हवाई सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। थाईलैंड के शेयर बाजार (Stock Exchange of Thailand) में भी कारोबार रोक दिया गया। प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनवात्रा ने भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई।

म्यांमार में 90 वर्ष पुराना पुल और मस्जिद ढही

भूकंप का आघात इतना तीव्र था कि म्यांमार के मंडाले में 90 साल पुराना ऐतिहासिक ‘अवा ब्रिज’ इरावदी नदी में गिर गया। इसके अलावा, एक मस्जिद का हिस्सा ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई। नायपीदाव सहित कई शहरों में सड़कों और इमारतों में दरारें पड़ गईं। सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में गिरी हुई इमारतें, सड़क पर फैला मलबा और लोगों की अफरा-तफरी दिखाई दे रही है।

म्यांमार में 12 मिनट के अंतराल पर दो बार आया भूकंप

यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने पुष्टि की है कि भूकंप म्यांमार के सागाइंग शहर के उत्तर-पश्चिम में 16 किलोमीटर (लगभग 10 मील) की दूरी पर आया था, जबकि सरकारी एजेंसी की वेबसाइट के अनुसार, लगभग 12 मिनट बाद शहर के दक्षिण में 18 किलोमीटर (लगभग 11 मील) की दूरी पर 6.4 तीव्रता का दूसरा भूकंप आया। दोनों भूकंप 10 किलोमीटर (लगभग 6.2 मील) की गहराई पर थे।

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