भोपाल, 20 मार्च। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रख्यात लेखक डॉ. राही मासूम रजा का उदाहरण देते हुए रविवार को कहा कि देश में नफरत फैलाने वालों की गड्डी प्यार मोहब्बत के बड़े गट्ठर से बहुत छोटी है और अंत में जीत मोहब्बत और भाईचारे की ही होगी।
दिग्विजय सिंह ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि डॉ. राही मासूम रजा को बी. आर. चोपड़ा ने महाभारत टीवी सीरियल की स्क्रिप्ट लिखने को कहा। पहले तो श्री रजा ने इनकार कर दिया, पर दूसरे दिन यह खबर समाचार पत्रों में छप गई। हजारों लोगों ने चोपड़ा को खत लिखा कि क्या उन्हें महाभारत लिखवाने के लिए एक मुसलमान ही मिला है। चोपड़ा ने सारे खत रजा के पास भेज दिए। सारे खत देखने के बाद रजा ने चोपड़ा से कहा कि अब वे ही महाभारत लिखेंगे क्योंकि वे गंगा के पुत्र हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि रजा ने जब टीवी सीरियल महाभारत लिखा तो उनके घर भी खतों के अंबार लग गए। लोगों ने तारीफें करते हुए खूब दुआऐं दी। उनके पास खतों के कई गट्ठर बन गए, लेकिन एक बहुत छोटा सा गट्ठर उनकी मेज के किनारे सब खतों से अलग पड़ा था। जब किसी ने रजा से इसकी वजह पूछी तो जवाब मिला कि ये वो खत हैं, जिनमें उन्हें अपशब्द कहे गए थे। कुछ हिन्दू इस बात से नाराज थे कि मुसलमान होकर महाभारत लिखने की उनकी हिम्मत कैसे हुई और कुछ मुसलमान उनसे इसलिए नाराज थे कि उन्होंने हिन्दुओं की किताब क्यों लिखी।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसके बाद लिखा है, ‘लेकिन राही साहब का मानना था कि यही छोटी गड्डी दरअसल मुझे हौसला देती है कि मुल्क में बुरे लोग कितने कम हैं….!’ इसके बाद सिंह ने कहा कि आज भी नफरत फैलाने वालों की गड्डी प्यार मोहब्बत के बड़े गट्ठर से बहुत छोटी है, लेकिन नफ़रत फैलाने वाले लोगों को मोहब्बत के रास्ते पर लाने के लिए निडर होकर सभी को प्रयास करना चाहिए। ये कठिन है, लेकिन असंभव नहीं। अंत में जीत मोहब्बत और भाईचारे की ही होगी।