भोपाल, 2 जुलाई। अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक खूंखार आतंकवादी संगठन अलकायदा के प्रमुख अल-जवाहिरी को ड्रोन हमले में मार गिराया गया है। ऐसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि आतंकवाद में अच्छे-बुरे का फर्क नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नफरत और हिंसा फैलाने वाले समाज के लिए अभिशाप है।
इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर अपने उस बयान पर भी सफाई दी है, जिसमें उन्होंने दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन को ‘ओसामा जी’ कह दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि वह आतंकवाद के कभी सर्मथक नहीं रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने जवाहिरी की मौत पर ट्वीट किया, ”मैं अलकायदी चीफ अल-जवाहिरी के खात्मे का स्वागत करता हूं। अच्छा तालिबान और बुरा तालिबान जैसा कुछ नहीं है। यह एक भ्रम है। जितनी जल्दी दुनिया इसको महसूस कर ले यह मानवता के हित में होगा। जो कोई भी समाज में नफरत और हिंसा फैलाता है वह समाज के लिए अभिशाप है।”
- ‘ओसामा जी’ पर सफाई
दिग्विजय सिंह ने जवाहिरी की मौत के बाद एक बार फिर ओसामा को लेकर अपने विवादित बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा, ”मेरे भाजपा संघी मित्रों, आपको झूठ बोलने की बीमारी है। मैं कभी भी आतंकवाद व आतंकवादियों का समर्थक नहीं रहा और ना कभी रहूंगा। चाहे वह किसी देश का हो या किसी भी धर्म का हो।” पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट के साथ वह न्यूज क्लिप भी शेयर किया है जिसमें वह ओसामा पर विवादित बयान और उस पर सफाई देते दिख रहे हैं।
- क्या कहा था दिग्विजय सिंह ने
दरअसल, पाकिस्तान में अमेरिका के एक खुफिया ऑपरेशन के जरिए ओसामा बिन लादेन के मारे जाने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने यह टिप्पणी की थी। 5 मई 2011 को दिग्विजय सिंह ने कहा था, ”ओसामा बिन लादेन आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। हमें इस बात की प्रसन्नता है कि उन पर जो कार्रवाई हुई है, हम उसका स्वागत करते हैं। लेकिन इस बात पर आश्चर्य है कि पाकिस्तान की मिलिट्री एकेडमी से 100 गज की दूरी पर ये ओसामी जी जो कई बरसों से रह रहे थे। पाक सेना और सरकार क्या कर ररही ती। उस पर आज प्रश्न चिह्न लगता है।”