नई दिल्ली, 1 अक्टूबर। भारत में पाकिस्तान की शहबाज सरकार के खिलाफ बड़ी ‘डिजिटल स्ट्राइक’ हुई है। हाल ही में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर पांच वर्षों के बैन के विरोध में पाकिस्तान सरकार की तरफ से ट्वीट किया गया था और सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के कनाडा स्थित दूतावास ने इस काररवाई पर भारत का विरोध करने के साथ पीएफआई के समर्थन में बातें कही थी। माना जा रहा है कि इस वजह से भारत में पाकिस्तान सरकार का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट प्रतिबंधित किया गया है। हालांकि इस पर अभी ट्विटर का अधिकृत बयान नहीं आया है।
पाकिस्तान के कनाडा स्थित दूतावास ने पीएफआई के समर्थन में किया था ट्वीट
दरअसल, सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के कनाडा स्थित दूतावास की ओर से पीएफआई के समर्थन में किए गए एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट खूब वायरल हुआ था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान महावाणिज्य दूतावास वैंकूवर के आधिकारिक हैंडल ने प्रतिबंधित पीएफआई के समर्थन में ट्वीट किया था। यही नहीं आपत्तिजनक ट्वीट के साथ इसमें पाकिस्तान विदेश मंत्रालय और पाक सरकार को टैग भी किया गया। सोशल मीडिया पर इस ट्वीट के खिलाफ लोगों ने काफी नाराजगी जाहिर की थी।
ट्वीट में पीएफआई पर बैन को लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन करार दिया गया था
वायरल स्क्रीनशॉट में ट्वीट किया गया था, ‘भाजपा शासित राज्यों में हिरासत के नाम पर बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां हो रही हैं। यह और कुछ नहीं बल्कि पीएफआई को निशाना बनाने वाली केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा लोकतांत्रिक मू्ल्यों का हनन है। इस निरंकुश व्यवस्था के तहत इस तरह की काररवाई अपेक्षित थी।’
हालांकि यह पहली बार नहीं है कि जब पाकिस्तान पर भारत ने डिजिटल स्ट्राइक की हो। इससे पहले भी देश विरोधी कंटेट वाले 55 यूट्यूब चैनलों और दो वेबसाइट को मोदी सरकार ने बैन कर दिया था। भारत पाकिस्तान पर इस तरह की काररवाई जनवरी, 2022 और दिसम्बर, 2021 में भी कर चुका है।
पाकिस्तान को कई बार लताड़ चुका है भारत
हाल ही में जो बाइडेन प्रशासन ने एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर (45 करोड़ रुपये) के मेंटनेंस पैकेज को मंजूरी दी थी। इस पर भारत ने बड़ी आपत्ति जताई थी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पाकिस्तान को सहायता दिए जाने का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान इस तरह के मेंटेनेंस पैकेज का इस्तेमाल भारत में आतंकवाद में करता रहा है। जयशंकर ने यह भी कहा था कि पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान अपने एफ-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल कहां और किसके खिलाफ करता है।