देहरादून, 13 मई। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की जबर्दस्त भीड़ को देखते हुए वीआईपी एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। अब हेली सेवा से पहुंचने वाले श्रद्धालु भी लाइन में लगकर ही बाबा के दर्शन करेंगे। इसके लिए वीआइपी द्वार पर बैरिकेडिंग लगाई गई है।
राज्य के डीजीपी अशोक कुमार ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि अब वीआईपी एंट्री वालों को भी आम लोगों की तरह ही दर्शन करने होंगे। गौरतलब है कि इसके पहले सही इंतजाम नहीं होने की वजह से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है।
तीर्थयात्रियों को नियंत्रित करने के लिए लगाई गई बैरिकेडिंग
बताया जा रहा है कि अब तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु वीआईपी द्वार से मंदिर में प्रवेश कर रहे थे, इससे दर्शन के दौरान धक्का-मुक्की भी हो रही थी। फिलहाल अब लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को हर हाल में दो घंटे के भीतर दर्शन कराने होंगे। मंदिर परिसर में तीर्थयात्रियों को नियंत्रित करने के लिए भी बैरिकेडिंग लगाई गई है।
चार धाम यात्रा के लिए अब तक 9.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कराया पंजीकरण
उल्लेखनीय है कि बीते तीन मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा के लिए अब तक 9.5 लाख से अधिक यात्री पंजीकरण करा चुके हैं। इस बाबत उत्तराखंड सरकार का कहना था कि इन चारों धाम में से सबसे ज्यादा केदारनाथ के लिए रजिस्ट्रेशन 3.35 लाख को पार कर चुके हैं। इसके साथ ही सभी चार धामों में निर्धारित क्षमता से तीन गुना अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
दैनिक तीर्थयात्रियों की संख्या भी निर्धारित
उत्तराखंड सरकार ने इस यात्रा के लिए दैनिक तीर्थयात्रा करने वालों की संख्या भी तय कर दी है। इस क्रम में बद्रीनाथ के लिए अब हर रोज 15 हजार, केदारनाथ के लिए 12 हजार, गंगोत्री के लिए सात हजार और यमुनोत्री के लिए चार हजार लोग ही यात्रा कर सकते हैं। यह व्यवस्था आने वाले 45 दिनों के लिए तैयार की गई है।