लखनऊ, 5 जुलाई। यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ के मामले को लेकर एसआईटी की रिपोर्ट आ गई है। डीजीपी प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने आज शुक्रवार सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग पहुंचे और मुख्यमंत्री से मिलकर एसआईटी की 15 पेजों की रिपोर्ट सौंप दी हैं।
सीएम योगी ने 24 घंटे में इस रिपोर्ट को पेश करने के निर्देश दिए थे। एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर के नेतृत्व में एसआईटी की यह रिपोर्ट तैयार की गई है। 15 पेजों की इस विस्तृत रिपोर्ट में डीएम और एसपी समेत करीब 100 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। एसआईटी की टीम ने पूरे हादसे की वजह और इतनी भीड़ को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर आयोजन से जुड़े लोगों और सेवादारों से भी बात की और तमाम जानकारी जुटाई है।
डीजीपी ने सीएम योगी को सौंपी रिपोर्ट
सीएम योगी ने डीजीपी प्रशांत कुमार से हाथरस मामले पर पूरी जानकारी ली, सूत्रों के मुताबिक इस रिपोर्ट में कुछ राजनैतिक लोगों के नामों का भी ज़िक्र हैं, जिनके चुनाव में बाबा की भूमिका अहम रही है। इसके अलावा हर उस एंगल का ज़िक्र किया गया है जिनके साथ इस बाबा का कनेक्शन होने के दावे किए जा रहे हैं।
रिपोर्ट में क्या?
सूत्रों का दावा है कि इस रिपोर्ट में राजनीतिक साजिश की तरफ इशारा किया गया है। कुछ स्थानीय नेताओं की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। साथ ही सेवादारों की भूमिका पर सवाल उठे हैं। आयोजकों की भूमिका पर सवाल किया गया है। रिपोर्ट में बाबा की सभा में संख्या का अनुमान नहीं लगा पाने को लेकर वहाँ तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी सवाल खड़े होने की खबर है।
इससे पहले बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने ख़ुद हाथरस का दौरा किया था। उन्होंने हादसे में घायल लोगों और जिनके अपनों की जान चली गई उनसे मुलाकात की और दुख की इस घड़ी में ढाढ़स बंधाने की कोशिश की। सीएम योगी ने इस दौरान इस मामले में साजिश की भी आशंका जताई थी। सीएम योगी पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जब सत्संग में हालात बिगड़े तो बाबा के सेवादार भी वहां से भाग गए।
हाथरस कांड पर सीएम योगी ने न्यायिक जांच के भी आदेश दिए थे। इससे पहले एसडीएम की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भोले बाबा के सत्संग में सिर्फ 80 हजार लोगों के शामिल होने की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन इसमें ढाई लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे। वहीं आयोजन की पूरी जिम्मेदारी बाबा के सेवादारों ने ही संभाली हुई थी। पुलिसकर्मियों को उनकी जगह से हटा दिया था।
बता दें कि हाथरस कांड में अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 123 हो गई है। वहीं कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी आज अलीगढ़ और हाथरस पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उनका दुख साझा किया। राहुल गांधी ने इस दौरान प्रदेश सरकार ने पीड़ितों को जल्द मुआवजा देने की मांग की।