मुंबई, 9 नवंबर। मुंबई क्रूज ड्रग्स प्रकरण अब दूसरी ही लाइन ले चुका है क्योंकि जांच प्रक्रिया से हटकर इसमें रोज नए आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता नवाब मलिक ने एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ मोर्चा खोला तो अब महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक का ही अंडरवर्ल्ड कनेक्शन साबित करने के लिए अंडरवर्ल्ड डॉन व 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के मुख्य साजिशकर्ता दाऊद इब्राहिम के दो गुर्गों के नाम सामने ला दिए हैं।
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— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 9, 2021
मलिक परिवार ने अंडरवर्ल्ड से कौड़ियों के दाम में जमीन खरीदी
देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व घोषणा के अनुरूप आज आहूत अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मलिक पर आरोपों का बम फोड़ते हुए सलीम पटेल और सरदार शाह वली खान के नाम गिनाए। फडणवीस ने इन दोनों को अंडरवर्ल्ड का गुर्गा करार देते हुए कहा कि उनके नवाब मलिक से संबंध हैं। उन्होंने सलीम पटेल और शाह वली खान का विस्तृत ब्योरा दिया और कहा कि मलिक परिवार ने वर्ष 2005 में इन दोनों से मुंबई के बेहद पॉश इलाके में कौड़ियों के दाम जमीन खरीदी थी। उन्होंने कहा, ‘यह बहुत ही गंभीर और राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा हुआ मामला है।’
1993 बम ब्लास्ट का गुनहगार शाह वली खान उम्र कैद की सजा काट रहा
राज्यसभा के सदस्य फडणवीस ने बताया कि सरदार शाह वली खान 1993 बम ब्लास्ट का गुनहगार है और जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है। उन्होंने बताया, ‘टाइगर मेमन के नेतृत्व में शाह वली खान ने फायर ट्रेनिंग की, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और मुंबई नगर पालिका में बम रखने के लिए रेकी की थी। अल हुसैनी बिल्डिंग में टाइगर मेमन के घर गाड़ियों में जो आरडीएक्स भरा गया, उसमें वह शामिल था। गवाहों के बयानों के बाद कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई।’
दाऊद का खास आदमी है सलीम पटेल
फडणवीस ने मोहम्मद सलीम इशाक पटेल उर्फ सलीम पटेल का परिचय देने के क्रम में एक पुरानी घटना जिक्र करते हुए कहा, ‘स्वर्गीय आरआर पाटिल (एनसीपी नेता रावसाहेब रामराव पाटिल) कभी किसी इफ्तार पार्टी में गए थे। तब खबरों में उन्हें एक गुनहगार के साथ दिखाया गया था। उस वक्त कहा गया था कि आरआर पाटिल दाऊद के गुर्गे के साथ खड़े दिखे। वो दाऊद का गुर्गा यही सलीम पटेल है।’
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम ने दावा किया कि सलीम पटेल ही दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पार्कर का ड्राइवर, बॉडीगार्ड और फ्रंटमैन था। उन्होंने कहा, ‘हसीना पार्कर के साथ सलीम पटेल भी 2007 में अरेस्ट हुआ था। मुंबई पुलिस और इंटेलिजेंस रिकॉर्ड के मुताबिक, दाऊद के फरार होने के बाद उसकी बहन हसीना पार्कर के नाम से संपत्तियां जमा होती थीं।’
मलिक के परिवार ने कुर्ला में 2.80 एकड़ जमीन सिर्फ 20 लाख में खरीदी
फडणवीस ने दावा किया कि मुंबई के कुर्ला स्थित पॉश एरिया एलबीएस रोड पर 1.23 लाख स्क्वॉएर फीट (2.80 एकड़) जमीन को इन्हीं दोनों ने नवाब मलिक के परिवार को औने-पौने दाम में बेचा था। उन्होंने बताया, ‘जमीन की एक रजिस्ट्री सॉलिडस नाम की कम्पनी के साथ हुई। इस जमीन के तीन मालिक थे। दो मालिकों की तरफ से पावर ऑफ अटॉर्नी सलीम पटेल था। दूसरा विक्रेता सरदार शाह वली खान था। इन दोनों ने मिलकर जमीन सॉलिडस इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड को बेची है। यह कम्पनी नवाब मलिक के परिवार की है। इस रजिस्ट्री पर खरीदार के रूप में फराज मलिक के दस्तखत हैं।’
भाजपा नेता ने यह भी दावा किया कि नवाब मलिक 2019 में सॉलिडस इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लि. में थे। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बनने के बाद कम्पनी से इस्तीफा दिया। लेकिन उनके परिवार के लोग आज भी कम्पनी में हैं।
फडणवीस ने जमीन की रजिस्ट्री के सारे कागजात मीडिया के सामने पेश करते हुए कहा कि इनमें 15 लाख रुपये सलीम पटेल के अकाउंट में गए और 10 लाख रुपये शाह वली खान यानी सरदार खान को मिले। शाह वली खान की रशीद में 5 लाख रुपये भुगतान किया गया और बाकी 5 लाख रुपये बाद में दिए जाने की बात है। इस तरह, नवाब मलिक के परिवार ने एलबीएस रोड पर सिर्फ 20 लाख रुपये में करीब तीन एकड़ जमीन अंडरवर्ल्ड से खरीदी।
नवाब ने ड्रग्स कारोबार को संरक्षण देने का फडणवीस पर लगाया था आरोप
गौरतलब है कि नवाब मलिक ने फडणवीस पर भी बेहद संगीन आरोप लगाए थे। मलिक ने कहा था कि मुंबई, महाराष्ट्र और गोवा में ड्रग्स का कारोबार देवेंद्र फडणवीस के संरक्षण में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस मामले की भी जांच काररवाई जाएगी। इसके जवाब में फडणवीस ने कहा था कि वह नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन का खुलासा दिवाली बाद करेंगे।