काठमांडू, 30 सितंबर, नेपाल में लगातार मूसलाधार बारिश के कारण आयी बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या सोमवार सुबह 192 हो गयी। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ऋषिराम तिवारी ने बताया कि विनाशकारी आपदाओं में 30 लोग लापता हैं और 194 अन्य घायल हैं। उन्होंने शिन्हुआ को बताया कि अब तक 4,500 से अधिक प्रभावित लोगों को बचाया गया है। सुरक्षा बल अभी भी अपने बचाव अभियान जारी रखे हुए हैं।”
ऋषिराम तिवारी ने बताया कि घायलों को मुफ्त उपचार मिल रहा है तथा सरकार ने शुक्रवार और शनिवार को लगातार बारिश के कारण आयी आपदाओं में विस्थापित लोगों को भोजन सहित राहत सामग्री का वितरण तेज कर दिया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 1,327 घर नष्ट हो गये हैं और नेपाल भर में 19 प्रमुख राजमार्गों के विभिन्न हिस्से क्षतिग्रस्त हो गये हैं। अवरुद्ध राजमार्गों को साफ करने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
वहीं वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण एशिया भर में वर्षा की मात्रा और समय में बदलाव हो रहा है और बाढ़ के प्रभाव में वृद्धि का एक प्रमुख कारण पर्यावरण है। बाढ़ और भूस्खलन की वजह से देश के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई राजमार्ग और सड़कें बाधित हो गई हैं, सैकड़ों मकान और पुल ध्वस्त हो गए हैं या बह गए हैं और सैकड़ों परिवार विस्थापित हो गए हैं। सड़क बाधित होने के कारण हजारों यात्री विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।