लखनऊ, 29 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिये योगी सरकार लगातार अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रही है। इसी क्रम में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने गुरुवार को सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए। उन्होंने निर्देश दिया कि मुख्य चिकित्साधिकारी रोजाना 4 से 5 अस्पतालों का निरीक्षण करें। साथ ही उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ कराने और कमियों को जल्द सही करने का निर्देश दिया।
इसको लेकर उपमुख्यमंत्री ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को हर सोमवार को पूरे हफ्तेभर में किए गए अस्पतालों के निरीक्षण की सूची महानिदेशालय को मेल करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिये monitoringcell.dgmh@gmail.com ईमेल आईडी भी जारी की गई है। साथ ही निर्देश दिया कि निरीक्षण के दौरान डॉक्टरों, पैरामेडिकल व अन्य कर्मियों की उपलब्धता, समय से उपस्थिति तथा ड्यूटी रोस्टर के साथ ही अस्पतालों की दीवार पर डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के नाम व नंबर की लिस्ट भी लगाने के निर्देश दिए है।
स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर करने के दृष्टिगत बृजेश पाठक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अस्पतालों के इमरजेंसी वार्ड के गेट पर एक स्वास्थ्य कर्मी को तैनात किया जाए। जिसकी मदद से इमरजेंसी में आने वाले हर मरीज को तत्काल इलाज मिल सके। साथ ही औषधियों व एआरवी की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता, मरीजों व उनके तीमारदारों के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था तथा अस्पताल परिसर में साफ-सफाई की व्यवस्था, स्ट्रेचर-व्हील चेयर की उपलब्धता चिकित्सकीय उपकरणों की क्रियाशीलता व भर्ती मरीजों का विशेष ध्यान रखने को लेकर भी डिप्टी सीएम ने निर्देश दिया हैं।
वहीं अधिकारियों को निर्देश ये भी दिया कि यदि अगर सरकारी अस्पताल में किसी मरीज की मृत्यु हो जाती है तो शव ले जाने के लिये शव वाहन की व्यवस्था कराई जाएं। साथ ही ये भी कहा कि अगर शव वाहन के अभाव में शव को ना भेजने की शिकायत मिली तो इसके लिये मुख्य चिकित्साधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की जवाबदेही होगी। जिलों में स्थापित पोस्टमार्टम हाउस का सुचारू रूप से संचालन के साथ ही जरूरी उपकरण की उपलब्धता रहे, इसको लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।