नई दिल्ली, 5 अगस्त। महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस की ओर से शुक्रवार को आयोजित देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस अधिनियम के तहत 65 सांसदों सहित कुल 335 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया था। दिल्ली पुलिस ने देर शाम यह जानकारी दी।
दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा कि इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोगों को हिरासत में लिया गया था। दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा कि सांसदों / विधायकों को हिरासत में लेने की सूचना संबंधित सक्षम अधिकारियों को भेजी जा रही है।
दिन ढ़ल रहा है और हमारे नेता कैद में हैं…मगर हमें तो कैद में रहकर भी अंधेरों से लड़ने की आदत है।
तस्वीरें किंग्सवे कैम्प की पुलिस लाइन के भीतर से…#महंगाई_पर_हल्ला_बोल जारी है। pic.twitter.com/R1N4qO2TYY
— Congress (@INCIndia) August 5, 2022
दिल्ली पुलिस का आरोप – कांग्रेस समर्थकों ने मारपीट भी की
बयान में यह भी कहा गया, ‘राजधानी में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। कांग्रेस समर्थकों ने पुलिस अधिकारियों को उनके कर्तव्यों का पालन करने से रोकने की कोशिश की, उनके साथ मारपीट की और उन्हें घायल कर दिया। उचित कानूनी काररवाई की जा रही है।’
संसद और एआईसीसी मुख्यालय के बाहर नाटकीय गतिरोध के बीच राहुल गांधी और शशि थरूर सहित अन्य कांग्रेस सांसदों को पुलिस ने हिरासत में लिया गया और बाद में न्यू पुलिस लाइंस किंग्सवे कैंप पुलिस स्टेशन ले जाया गया। देर शाम इन नेताओं को छोड़ दिया गया।
कैद से निकले हैं, मगर चेहरे पर मुस्कान है।#महंगाई_पर_हल्ला_बोल जारी रखने का ऐलान है।। pic.twitter.com/IXHMT5T5Kl
— Congress (@INCIndia) August 5, 2022
सचिन पायलट बोले – ‘हमें पूरे दिन बंद रखा गया‘
दिल्ली पुलिस की हिरासत से छूटने के बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस के द्वारा हमें पूरे दिन बंद रखा गया, हम चाहते थे कि सदन में चर्चा हो। सरकार की जवाबदेही तय करके उनसे सवाल करना हमारी जिम्मेदारी है। जिस तरह से हमें अलोकतांत्रिक तरीके से हिरासत में लिया गया वह अच्छा संकेत नहीं है।’