नई दिल्ली, 7 सितम्बर। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने स्टांप ड्यूटी की कथित चोरी के एक मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं।
भूखंडों की बिक्री में स्टाम्प चोरी की शिकायत
दरअसल एलजी वीके सक्सेना को एक शिकायत मिली थी। इसमें दावा किया गया है कि आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो केजरीवाल ने कथित तौर पर जमीन के तीन भूखंडों को 4.54 करोड़ रुपये में बेचा, लेकिन कागजात पर 72.72 लाख रुपये की कम कीमत पर दिखाया। शिकायत में दावा किया गया कि केजरीवाल ने 15 फरवरी, 2021 को पत्नी सुनीता केजरीवाल के माध्यम से 45,000 रुपये प्रति वर्ग गज के बाजार मूल्य पर भूखंड बेचे।
हालांकि, शिकायत के अनुसार कागजों पर केजरीवाल ने इसे 8,300 रुपये प्रति वर्ग गज दिखाया। शिकायत में कहा गया है कि इनमें से दो संपत्तियां जहां खुद अरविंद केजरीवाल के नाम थीं, वहीं तीसरी संपत्ति उनके पिता गोविंद राम के नाम थी। इसमें ये भी कहा गया कि 15 फरवरी, 2021 को हरियाणा के भिवानी में एक बाजार में भूखंडों की स्थिति थी।
स्टांप ड्यूटी में 25.93 लाख और पूंजीगत लाभ कर के रूप में 76.4 लाख का चूना लगाया
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने स्टांप ड्यूटी में 25.93 लाख रुपये और पूंजीगत लाभ कर के रूप में 76.4 लाख रुपये का चूना लगाया। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ यह शिकायत पिछले महीने 28 अगस्त को मिली थी। इसमें दिल्ली लोकआयुक्त को इस मामले में जांच के आदेश देने की गुजारिश की गई थी। शिकायत में लिखा था कि केजरीवाल ने सरकारी खजाने को स्टांप ड्यूटी के मामले में 25.93 लाख और कैपिटल गैन टैक्स में 76.4 लाख रुपये का धोखा दिया।