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दिल्ली ब्लास्ट : अदील की शादी में नहीं आया था उमर, बनना चाहता था बुरहान वानी का उत्तराधिकारी

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नई दिल्ली, 23 नवंबर। दिल्ली ब्लास्ट मामले के मुख्य आरोपियों में से एक उमर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, उमर कश्मीर में बुरहान वानी और जाकिर मूसा का उत्तराधिकारी बनना चाहता था। फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में पकड़े गए सभी आतंकी अल-कायदा (AQIS) की विचारधारा से प्रभावित थे, जबकि उमर ISIS और जैश की विचारधारा से प्रभावित था। गौरतलब है कि बुरहान वानी और जाकिर मूसा, आतंकियों की दुनिया में काफी फॉलो किए जाने वाले आतंकी हैं।

फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के सदस्यों के बीच था विवाद

खबर ये भी है कि फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के सदस्यों के बीच विवाद के कारण उमर नबी, आतंकी अदील की शादी में शामिल नहीं हुआ था। सूत्रों के मुताबिक, फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के सदस्य अदील को अपना “अमीर” मानते थे।

हाशिम था उमर का हैंडलर

शनिवार को ही ये खबर सामने आई थी कि मुजम्मिल ने 6.5 लाख रुपये में एक एके-47 खरीदी थी, जो बाद में आदिल के लॉकर से बरामद हुई। मुजम्मिल का हैंडलर मंसूर था और उमर का हैंडलर हाशिम था। दोनों इब्राहिम नाम के एक शख्स के अंडर में काम कर रहे थे। उमर को लेकर शनिवार को ये जानकारी भी सामने आई थी कि वह इंटरनेट पर बम बनाने के वीडियो और साहित्य पढ़ता था। वह विस्फोटक बनाने का सामान नूंह से और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण फरीदाबाद के भागीरथ पैलेस और एनआईटी मार्केट से खरीदता था।

मुजम्मिल और उमर के बीच यूनिवर्सिटी के अंदर पैसों को लेकर जबरदस्त झगड़ा हुआ था, जिसे कई लोगों ने देखा था। इस झगड़े के बाद, उमर ने अपनी लाल इको कार, विस्फोटकों सहित, मुजम्मिल को दे दी थी। उमर ने विस्फोटक और रसायनों को रखने के लिए एक डीप फ्रीजर खरीदा था और वह उसके अंदर रासायनिक बम तैयार कर रहा था। उनकी योजना विस्फोटकों को जमा कर विभिन्न स्थानों पर एक साथ विस्फोट करने की थी।

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