नई दिल्ली, 26 अक्टूबर। रूस बनाम यूक्रेन युद्ध के बीच परमाणु हमले का खतरा बढ़ता जा रहा है। ‘डर्टी बम’ के बहाने पुतिन की सेना यूक्रेन पर परमाणु हमला कर सकती है। दरअसल रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन रेडियोधर्मी उपकरण यानी ‘डर्टी बम’ के जरिए उसे उकसाने की कोशिश कर रहा है।
इस बीच भारत ने एक बार फिर रूस से स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान संवाद और कूटनीति के माध्यम से निकाला जाना चाहिए और किसी भी पक्ष को परमाणु विकल्प पर विचार नहीं करना चाहिए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु से फोन पर बातचीत में भारत का पक्ष रखा।
रूस ने भारत से जताई चिंता – यूक्रेन कर सकता है ‘डर्टी बम’ का इस्तेमाल
दरअसल, रूस और यूक्रेन में बढ़ती शत्रुता के बीच रूसी रक्षा मंत्री की पहल पर यह बातचीत की गई। इस दौरान सर्गेई शोइगु ने यूक्रेन के मौजूदा हालात और यूक्रेन द्वारा ‘डर्टी बम’ के संभावित इस्तेमाल के बारे में रूस की चिंताओं से भारत को अवगत कराया था।
परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की संभावना मानवता के मूलभूत सिद्धांत के खिलाफ
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘राजनाथ सिंह ने संघर्ष के जल्दी समाधान के लिए संवाद और कूटनीति के मार्ग को अपनाने की जरूरत पर भारत का रुख दोहराया। उन्होंने संकेत दिया कि किसी भी पक्ष को परमाणु विकल्प को नहीं अपनाना चाहिए क्योंकि परमाणु या रेडियोलॉजिकल हथियारों के इस्तेमाल की संभावना मानवता के मूलभूत सिद्धांत के खिलाफ है।’ मंत्रालय ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग और यूक्रेन के बिगड़ते हालात पर भी चर्चा की।
गौरतलब है कि रूस ने करीब दो सप्ताह पहले क्रीमिया में एक बड़े विस्फोट के जवाब में यूक्रेन के अनेक शहरों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले शुरू कर दिए हैं, जिसके बाद दोनों के बीच टकराव बढ़ गया है। विस्फोट के लिए रूस ने यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों से वहां नये सिरे से बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर जल्द से जल्द देश छोड़ने को कहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ रूस को दी चेतावनी
उधर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी रूस को यूक्रेन में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि यह ‘अत्यंत गंभीर गलती’ होगी। बाइडेन प्रशासन ने पहले कहा था कि रूस ने नोटिस दी है कि उसका अपनी परमाणु क्षमताओं का नियमित अभ्यास करने का इरादा है। बाइडेन ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘मैं यह कहना चाहता हूं, यदि रूस सामरिक परमाणु हथियार का इस्तेमाल करता है तो यह अत्यंत गंभीर गलती होगी।’